सिनजीन इंटरनैशनल का शेयर फार्मा क्षेत्र में अच्छी तेजी दर्ज करने वाले शेयरों में से एक रहा है। इस शेयर की वेल्यू पिछले साल के दौरान दोगुनी हुई। शेयर में यह तेजी इन उम्मीदों से आई कि नवप्रवर्तकों के शोध एवं विकास कार्यक्रमों में सुधार और उसके अनुबंध निर्माण व्यवसाय के विस्तार से मध्यावधि परिदृश्य को ताकत मिलेगी। कंपनी को कोविड-19 के लिए एंटीबॉडी टेस्ट किट के निर्माण और कोविड-19 दवा रेमडेसिविर के लिए समझौते से भी मदद मिल रही है। अनुबंध शोध एवं निर्माण सेवा क्षेत्र में कंपनियों के लिए ऊंचे मूल्यांकन मल्टीपल से पीई अनुपात की रेटिंग में बदलाव को बढ़ावा मिला है और इससे सिनजीन का शेयर फार्मा क्षेत्र में बेहद महंगे शेयरों में शामिल हो गया है। एक साल पहले अपने एक वर्षीय पीई अनुमानों के 32 गुना पर कारोबार कर रहा यह शेयर अब इस मानक पर 53 गुना पर कारोबार कर रहा है। तुलनात्मक तौर पर बीएसई हेल्थकेयर सूचकांक इस संख्या के आधे पर कारोबार कर रहा है।
प्रमुख मध्यावधि कारक है मौजूदा विस्तार और राजस्व वृद्घि है। एक घरेलू ब्रोकरेज के विश्लेषक का मानना है कि मंगलोर में 10 करोड़ डॉलर की इकाई का निर्माण मोलीक्यूल्स से लेकर निर्माण के लिए एक प्रमुख समेकन होगा। उनके अनुसार, अनुबंध निर्माण राजस्व अनुबंध शोध व्यवसाय के मुकाबले ज्यादा मजबूत है और इससे कंपनी को अपना राजस्व दायरा बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 1,275 करोड़ रुपये का खर्च किया है और वित्त वर्ष 2021-23 के दौरान अन्य 2,100 करोड़ रुपये का खर्च किए जाने की संभावना है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का मानना है कि आक्रामक तौर पर पूंजीगत खर्च ऑर्डर बुक की संभावना पर आधारित है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी अगले तीन वर्षों के दौरान वित्त वर्ष 2016-20 में दर्ज की गई 16 प्रतिशत वृद्घि को पुन: दोहराएगी, जबकि मार्जिन में बेहतर मूल्य निर्धारण तथा परिचालन दक्षता की वजह से सुधार आ सकता है। इसलिए आय वृद्घि वित्त वर्ष 2020-23 के दौरान सालाना आधार पर 17-20 प्रतिशत के दायरे में रहने की संभावना है।
जहां कंपनी के पूंजीगत खर्च कार्यक्रम मददगार होंगे, वहीं टीकाकरण के लिए योजना और बेहतर कोविड-19 एंटीवायरल विकल्पों से कोविड संबंधित उत्पादों के लिए राजस्व प्रभावित हो सकता है।
