बाजार पूंजीकरण के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी दवा कंपनी डिवीज लैबोरेटरीज का शेयर इस महीने के शुरू में अपना वित्तीय परिणाम घोषित होने के बाद से 7 प्रतिशत कमजोर हुआ है। यह गिरावट फाइजर की एंटी-कोविड ओरल दवा की पेशकश और डिवीज के राजस्व पर उसके प्रभाव, सितंबर तिमाही में जेनेरिक व्यवसाय के कमजोर व्यवसाय की वजह से भी आई है।
नकारात्मक शेयर प्रतिक्रिया को 5 नवंबर को अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर की घोषणा से बढ़ावा मिला। उसने एचआईवी दवा में इस्तेमाल के साथ कॉम्बिनेशन वाली कोविड दवा की घोषणा की, जिससे उन लोगों में अस्पताल में भर्ती होने या मौत का खतरा 89 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है जो नोवल कोरोनावायरस से जूझ रहे हैं।
यह अमेरिकी मर्क और रिजबैक बायोथरेप्यूटिक्स द्वारा संयुक्त रूप से विकसित कोविड एंटीवायरल दवा के समान है जिसे ब्रिटेन द्वारा 4 नवंबर को मंजूरी दी गई। मर्क की मोलनुपिराविर नामक दवा से मामूली कोविड लक्षण वाले मरीजों में अस्पताल में भर्ती होने या मौत का खतरा 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है। यदि फाइजर की दवा को मंजूरी मिलती है तो इससे दिवीज का राजस्व प्रभावित होगा, क्योंकि उसके पास मर्क द्वारा निर्मित दवा के लिए एक्टिव फार्मासयुटिकल एंग्रिडिएंट (एपीआई) के लिए आपूर्ति व्यवस्था है।
एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च ने अनुमान जताया था कि इस उत्पाद से आपूर्ति अवसर वित्त वर्ष 2022 के लिए 5.3 करोड़ डॉलर (393 करोड़ रुपये) और वित्त वर्ष 2023 के लिए 4.4 करोड़ डॉलर (325 करोड़ रुपये) रहेंगे। कंपनी ने कहा था कि तिमाही में मोलनुपिराविर की कुछ बिक्री हुई थी और मर्क के लिए आपूर्ति के लिए पर्याप्त क्षमता थी। कुल ओरल एंटीवायरल कोविड बाजार 70 अरब डॉलर पर अनुमानित है।
कंपनी ने सितंबर तिमाही में अनुमान से कुछ कम राजस्व दर्ज किया। जहां कुल राजस्व सालाना आधार पर 14 प्रतिशत ज्यादा रहा, वहीं इसे कस्टम सिंथेसिस (42 प्रतिशत तक) से मदद मिली, वहीं जेनेरिक में कमजोरी (5 प्रतिशत की गिरावट) की भरपाई हुई।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च ने क्षमता वृद्घि से संबंधित परिचालन खर्च बढ़ाने और अल्पावधि से मध्यावधि के दौरान जेनेरिक एपीआई परिदृश्य में नरमी की वजह से आय अनुमानों में वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 के लिए 2-5 प्रतिशत तक की कमी की है।
सेगमेंट का सुधार बैकवार्ड इंटिग्रेशन और दिवीज के नए मोलीक्यूल के साथ साथ मौजूदा मोलीक्यूल में बाजार भागीदारी वृद्घि पर केंद्रित होगा। डिवीज के 16 नए मोलीक्यूल विकास के विभिन्न चरणों में हैं। जहां अल्पावधि वृद्घि कारक मोलनुपिराविर हो सकता है, जिसमें बिक्री अस्पष्ट है, वहीं कंपनी के लिए दीर्घावधि विकास कारकों में प्रख्यात उत्पादों में क्षमता वृद्घि, नए उत्पादों की पेशकश आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, इससे कंपनी के लिए वित्त वर्ष 2021-24 के दौरान 17 प्रतिशत की वृद्घि को बढ़ावा मिलेगा।
कीमतों में गिरावट के बाद, यह शेयर अपने वित्त वर्ष 2023 के आय अनुमानों के 44.6 गुना पर कारोबार कर रहा है। कोटक रिसर्च के विश्लेषकों का कहना है कि मूल्यांकन में एपीआई में मजबूत वृद्घि का असर दिखा है, जबकि दीर्घावधि के दौरान सिंथेसिस सेगमेंट से संबंधित जोखिमों को नजरअंदाज किया गया है। निवेशकों को मोलनुपिराविर से स्थिति स्पष्ट होने और शेयर में खरीदारी से पहले जेनेरिक में सुधार आने का इंतजार करना चाहिए।
