अल्ट्राटेक सीमेंट, रैमको सीमेंट, श्री सीमेंट और अंबुजा सीमेंट्स जैसी बड़ी सीमेंट कंपनियों के शेयर आज 2 से 5 प्रतिशत के बीच गिर गए। कीमतों में अनावश्यक वृद्घि के आरोपों के बीच भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) द्वारा इन कंपनियों पर छापेमारी किए जाने से इनके शेयरों में यह गिरावट दर्ज की गई है।
श्री सीमेंट के प्रबंध निदेशक हरि मोहन बांगुर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘छापेमारी बेहद कठोर शब्द है। सीसीआई अधिकारी कीमत निर्धारण से संबंधित पूछताछ के लिए बुधवार को आए थे। उन्होंने हमारे विपणन अधिकारियों के साथ साथ अन्य टीम सदस्यों से मुलाकात की और सीमेंट की कीमतों के बारे में पूछताछ की। उनके द्वारा कंपनी का दौरा करने के बारे में कुछ भी गलत नहीं था।’
सीमेंट कंपनियों के परिसरों में सीसीआई अधिकारियों की यात्राओं की खबरें ऐसे समय में आई हैं जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद इस सेक्टर में मांग में सुधार दर्ज किया जा रहा है।
जहां अल्ट्राटेक सीमेंट से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया हासिल नहीं की जा सकती है, वहीं अंबुजा सीमेंट्स ने एक्सचेंज को दी जानकारी में अपना रुख स्पष्ट किया है। कंपनी ने कहा है, ‘अंबुजा सीमेंट्स का मानना है कि उसने प्रतिस्पर्धा नियमों के अनुरूप कार्य किया है और वह इस जांच में पूरा सहयोग दे रही है और अधिकारियों को सभी जरूरी जानकारी मुहैया करा रही है। अंबुजा सीमेंट्स उचित प्रतिस्पर्धा के लिए प्रतिबद्घ है, जैसा कि उसके व्यावसायिक संहिता और नियमों में स्पष्ट किया गया है।’
उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि सीसीआई ने सिर्फ बड़ी सीमेंट कंपनियों का दौरा किया है, जिनकी क्षमता 3 करोड़ से ज्यादा की है। बांगुर ने कहा, ‘हम यह नहीं जानते कि क्या वे (सीसीआई अधिकारी) जांच के लिए फिर से यहां आएंगे या नहीं, लेकिन फिलहाल हमारे द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट लग रहे हैं। उनकी यात्रा से कंपनी की ब्रांड छवि या परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’ इस महीने के शुरू में सीमेंट के लिए बढ़ रही मांग का लाभ उठाने के प्रयास में आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट ने उत्पादन क्षमता वृद्घि के लिए 5,477 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि मौजूदा स्वीकृत निवेश की रकम वित्त वर्ष 2021 के लिए 1,500 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की योजना से अलग है।
इसके अलावा, गैर-सूचीबद्घ जेएसडब्ल्यू सीमेंट की इकाई शिवा सीमेंट भी ओडिशा में नए संयत्र पर 1,500 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। 1.4 करोड़ टन की क्षमता के साथ जेएसडब्ल्यू सीमेंट उन सीमेंट कंपनियों में शुमार है जिन्हें किसी तरह की सीसीआई पूछताछ का सामना नहीं करना पड़ा है।
वहीं, ब्रोकरेज कंपनियां सीसीआई छापेमारी के बावजूद घरेलू सीमेंट क्षेत्र पर सकारात्मक बनी हुई हैं।
