संस्थागत निवेशकों की तरफ से हुई बिकवाली के बीच कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, विंडलास बायोटेक और देवयानी इंटरनैशनल के शेयर में 3 से 4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। इन तीनों शेयरों के अलावा एक्जेरो टाइल्स के लिए एंकर निवेशकों की 30 दिन की लॉक इन अवधि सोमवार को समाप्त हो गई। हालांकि एक्जेरो टाइल्स इस प्रवृत्ति को बदलने में कामयाब रहा और करीब 10 फीसदी चढ़ गया।
पिछले कारोबारी सत्र में चारों शेयरों में 1 से 3 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी। हाल में जोमैटो, ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज और रोलेक्स रिंग्स के शेयर भी एंकर निवेशकों की 30 दिन की लॉक इन अवधि समाप्त होने के चलते दबाव में आए थे।
चारोंं कंपनियों की सूचीबद्धता 17 अगस्त को हुई थी। देवयानी इंटरनैशनल के शेयर ने आगाज पर इश्यू प्राइस के मुकाबले 37 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की थी। एक्जेरो टाइल्स का शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 10 फीसदी चढ़कर बंद हुआ था।
देवयानी इंटरनैशनल और एक्जेरो टाइल्स का शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 28 व 29 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है, वहीं विंडलाज बायोटेक और कृष्णा डायग्नोस्टिक्स का शेयर अपने-अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले 20 फीसदी व 9 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है।
इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी. चोकालिंगम ने कहा, इनमें से काफी आईपीओ तेजी के बाजार के जरिये आगे बढ़े। मूल्यांकन के मामले में सहजता नहीं थी। उनमें से कुछ को एंकर निवेशकों ने उबारा, ऐसे में स्वाभाविक है कि उन्होंने लॉक इन अवधि खत्म होते ही कुछ हिस्सेदारी बेच दी। खुदरा निवेशकों को वैसे आईपीओ से दूर रहना चाहिए, जिनके मूल्यांकन के मामले में वे सहज न हों। लेकिन इसके बाद भी वे आवेदन करते हैं तो उन्हें सूचीबद्धता के एक हफ्ते के भीतर निकल जाना चाहिए।
एंकर निवेशकों के पास कृष्णा डायग्नोस्टिक्स की करीब 18 फीसदी हिस्सेदारी है। इस बीच, विंडलाज बायोटेक की बात करें तो उनके पास 12 फीसदी और एक्जेरो टाइल्स की 9 फीसदी और देवयानी इंटरनैशनल की 7.6 फीसदी हिस्सेदारी है। यह जानकारी एडलवाइस के आंकड़ों से मिली।
सोमवार को देवयानी इंटरनैशनल के 180 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ। अन्य तीन शेयरों में ट्रेडिंग वॉल्यूम 20 से 40 करोड़ रुपये के बीच रहा, जो इस महीने के औसत से ज्यादा है। एंकर निवेशक संस्थागत निवेशक होते हैं, जिन्हें आरंभिक सार्वजनिग निर्गम खुलने से एक दिन पहले शेयरों की पेशकश की जाती है। मजबूत एंकर निवेशक इश्यू को सहारा देते हैं क्योंकि निवेशकों की सभी श्रेणी निवेश से पहले एंकर निवेशकों के आवंटन पर नजर डालते हैं।
आवंटन की तिथि से 30 दिन से पहले एंकर निवेशक अपने शेयर नहीं बेच सकते।