अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 79.84 के भाव पर स्थिर रहा। वैश्विक बाजार में डॉलर के मजबूत होने तथा शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के बीच रुपया अपरिवर्तित रुख के साथ बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से रुपये को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.90 के स्तर पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 79.78 से 79.92 के दायरे में घटबढ़ के बाद अंत में 79.84 प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रुख लिए बंद हुआ।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत बढ़कर 108.38 हो गया। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत घटकर 95.94 डॉलर प्रति बैरल रह गया। इसके अलावा बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 872.28 अंक के नुकसान के साथ 58,773.87 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुद्ध रूप से 453.77 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि जैक्सन हॉल में फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल के भाषण के बाद हाल की तेजी को देखते हुए कारोबारी अपने निवेश को घटा सकते हैं। पावेल की टिप्पणियों से ऐसा लगता है कि आने वाले महीनों में नीतिगत दरों के मामले में आक्रामक रुख देखने को मिल सकता है।