निवेशकों ने जनवरी में इक्विटी योजनाओं में करीब 15,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि बाजारों में घमासान मचा रहा, जो पहले तो 6 फीसदी चढ़ा लेकिन बाद में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से मौद्रिक सख्ती की चिंता को लेकर सारी बढ़त गंवा दी।
यह आंकड़ा हालांकि दिसंबर 2021 के 25,084 करोड़ रुपये के मुकाबले कम रहा। हालांकि तब भी यह आंकड़ा इसलिए सम्मानजनक है क्योंंकि जनवरी में कोई बड़ा एनएफओ नहींं आया, जैसा कि इससे पिछले महीने मेंं देखा गया था।
महत्वपूण यह है कि यह लगातार 11वां महीना है जब इकिवटी एमएफ में निवेश हुआ है। इस वित्त वर्ष में अब तक इक्विटी योजनाओं में निवेशकों की तरफ से 1.17 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ है। इन फंडों ने देसी बाजार को स्थिरता प्रदान की है और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की तरफ से हो रही निकासी को संतुलित करने में योगदान दिया है, जो अक्टूबर 2021 के बाद से तेज हो गया है।
मोतीलाल ओसवाल एफएमसी के चीफ बिजनेस अफसर अखिल चतुर्वेदी ने कहा, बाजार में गिरावट पर खुदरा निवेशकों ने आशावादी रुख बरकरार रखा। दूसरी ओर, हम एफपीआई की निकासी देख रहे हैं और देसी निवेशकों की तरफ से सकारात्मक निवेश। यह निवेशकों की बीच आया सकारात्मक बदलाव है और हमेशा ही निवेशकों को गिरावट पर खरीद की सलाह दी जाती है ताकि औसत लागत बेहतर रहे और लंबी अवधि में इसके अच्छे नतीजे मिलते हैं।
मॉर्निंगस्टार की विश्लेषक कविता कृष्णन ने कहा, ज्यादातर निवेशकों ने गिरावट में खरीदारी जारी रखी, जो फंड की मात्रा में स्पष्ट हुआ है।
सतत निवेश का अहम स्रोत एसआईपी बना रहा है। मौजूदा वित्त वर्ष में एसआईपी मेंं करीब 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। ज्यादातर एसआईपी निवेश इक्विटी फंडों में हुआ है। जनवरी में एसआईपी के जरिये 11,516.62 करोड़ रुपये मिले, जो दिसंबर 2021 के 11,305.34 करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ा ज्यादा है।
एसआईपी खाते की संख्या जनवरी में 5.04 करोड़ की नई ऊंचाई को छू गया, जो एक महीने पहले 4.9 करोड़ था। एसआईपी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां जनवरी 2022 में 5.76 लाख करोड़ रुपये रही।
11 इक्विटी उप-श्रेणियों में से 10 में शुद्ध निवेश हुआ और फ्लैक्सीकैप को सबसे ज्यादा 2,527 करोड़ रुपये हासिल हुए। अन्य श्रेणियोंं मसलन लार्जकैप, लार्ज व मिडकैप, मिडकैप व स्मॉलकैप फंडों में 1,000-1,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। सिर्फ वैल्यू फंडोंं से 163.41 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई।
डेट योजनाओं में करीब 5,087.61 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। कुल मिलाकर एमएफ उद्योग ने 35,251.67 करोड़ रुये का शुद्ध निवेश दर्ज किया है और जनवरी में औसत एयूएम 38.9 लाख करोड़ रुपये रहा।
