हाल में सूचीबद्ध हुई कंपनियों के शेयरों को बाजार में हालिया गिरावट का तगड़ा झटका लगा है। इनमें से कुछ शेयर 52 सप्ताह की ऊंचाई के मुकाबले 48 फीसदी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
व्यक्तिगत शेयरों में एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायिका), पीबी फिनटेक- पॉलिसीबाजार की मूल कंपनी, टेगा इंडस्ट्रीज, टारसंस प्रोडक्ट्स, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी, एसजेएस एंटरप्राइजेज, इंडिगो पेंट्स, आनंद राठी वेल्थ और ग्लेनमार्क लाइपसाइंसेज पिछले कुछ दिनों में सूचीबद्ध होने के बाद अपने निचले स्तर तक पहुंच गए। विश्लेषकों का कहना है कि उनमें से कुछ के लिए बुरा दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने निवेशकों को फिलहाल इन शेयरों से दूर रहने की सलाह दी है।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम ने कहा कि निवेशकों को निवेश संबंधी कोई भी निर्णय लेने से पहले इनमें से हरेक कंपनी के कारोबारी संभावनाओं का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना चाहिए।
चोकालिंगम ने कहा, ‘निवेशकों को गिरावट के बावजूद इन ई-कॉमर्स कंपनियों के शेयरों को आंख मूंदकर नहीं खरीदना चाहिए। आमतौर पर निजी इक्विटी/ वेंचर कैपिटल फर्म स्टार्टअप में निवेश करती हैं और इन कंपनियों के लाभप्रद होने पर मुनाफा कमाती हैं। हाल में सूचीबद्ध होने वाली अधिकतर कंपनियां घाटे में चल रही हैं लेकिन लाभप्रद होने से पहले रकम जुटाने के लिए उन्होंने शेयर बाजार की ओर रुख किया है। परिणामस्वरूप खुदरा निवेशक वेंचर कैपिटलिस्ट में परिवर्तित हो गए हैं। ऐसे 10 में से 7 शेयरों से फिलहाल दूर रहने की जरूरत है और अधिकतर में मौजूदा स्तर से 20 से 30 फीसदी की गिरावट दिख सकती है।’
कैलेंडर वर्ष 2021 प्राथमिक बाजार के लिए सबसे उल्लेखनीय वर्ष रहा है। इस दौरान दिसंबर के आरंभ तक 66 कंपनियों द्वारा करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाई गई जो इससे पहले 2017 में 74,035 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड से अधिक है।
पेटीएम और जोमैटो सहित नए जमाने की कंपनियों और नायिका ने करीब 46,800 करोड़ रुपये जुटाए जो कुल जुटाई गई रकम का करीब 40 फीसदी है। हालांकि जोमैटो ने स्टॉक एक्सचेंज पर नए जमाने की कंपनियों की शुरुआत के रुझान को आगे बढ़ाया और वह डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम के लिए एक उदाहरण बन गई। पेटीएम ने 18,300 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में दस्तक दी जो देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था। पॉलिसीबाजार, नायिका, नजारा टेक्नोलॉजिज, कारट्रेड टेक और ईजी ट्रिप प्लानर्स उसका अनुकरण करने वाली अन्य कंपनियां हैं।
कैपिटल वाया के अनुसंधान प्रमुख गौरव गर्ग ने कहा, ‘मौजूदा बाजार धारणा ने लगभग सभी आईपीओ को बैकफुट पर ला दिया है और हम उनमें से अधिकतर की कमजोर सूचीबद्धता देख रहे हैं। मैं समझता हूं कि मौजूदा बाजार परिदृश्य में दमदार बहीखाते के साथ ब्लूचिप कंपनियां बेहतर मूल्यांकन पर उपलब्ध हैं। निवेशकों को उन पर दांव लगाना चाहिए अथवा हाल में सूचीबद्ध कंपनियों के प्रदर्शन के आकलन के लिए कुछ तिमाहियों तक इंतजार करना चाहिए।’
कोटक महिंद्रा कैपिटल के पूर्णकालिक निदेशक वी जयशंकर ने कहा, ‘सेबी के पास 15 अरब डॉलर के संभावित आईपीओ लॉन्च होने के इंतजार में है। निकट भविष्य में 11 अरब डॉलर के आईपीओ के लिए आवेदन किए जा सकते हैं। ऐसे में हम उम्मीद कर सकते हैं कि मिडकैप और लार्जकैप श्रेणियों में आईपीओ की अच्छी हिस्सेदारी होगी।’ उन्होंने कहा, ‘कुल मिलाकर पूंजी जुटाने के लिहाज से 2022 भारतीय बाजार के लिए अच्छा रहेगा।’
