पीआई इंडस्ट्रीज (पीआई) का सितंबर में समाप्त तिमाही (दूसरी तिमाही) में शानदार प्रदर्शन रहा है। कंपनी को घरेलू और निर्यात बाजारों में बिक्री बढऩे से मदद मिली है, जिससे इसका शेयर शुक्रवार को ताजा नई ऊंचाई पर पहुंच गया। हालांकि यह शेयर शुक्रवार को 1.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ, मगर पिछले चार महीनों के दौरान 46 फीसदी चढ़ चुका है।
इसके चलते इस कृषि विज्ञान कंपनी का बाजार पूंजीकरण 33,325 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो देश की सबसे बड़ी कृषि रसायन कंपनी यूपीएल के बाजार पूंजीकरण 34,623 करोड़ रुपये से थोड़ा ही कम है। इतना ही नहीं, दूसरी तिमाही के नतीजे अनुमानों से बेहतर रहने और परिदृश्य मजबूत बना होने से पीआई के शेयर में तेजी आ सकती है।
विश्लेषकों का कहना है कि पीआई के पास बड़ी तादाद में निर्यात ऑर्डर आ रहे हैं, इसलिए कृषि रसायन कस्टम सिंथेसिस मैन्युफैक्चरिंग (सीएसएम) में रुझान मजबूत बना हुआ है। कंपनी के घरेलू प्रदर्शन को इटली की इसाग्रो का एशियाई पोर्टफोलियो खरीदने से मदद मिलेगी। इसके अलावा सामान्य मॉनसून से जलाशयों में पानी का स्तर सुधरा है और रबी सीजन में बेहतर फसली उत्पादन की संभावनाएं हैं। इन सब कारकों से बाजार का कंपनी को लेकर रुझान मजबूत बना हुआ है।
कंपनी को घरेलू और निर्यात बाजार में नियमित रूप से उत्पाद पेश करने से रुझान बनाए रखने में मिलेगी। साथ ही, पीआई फार्मा सीएसएम क्षेत्र में अधिग्रहण के जरिये वृद्धि के अवसर तलाश रही है। यह अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पहले ही धन जुटा चुकी है। विश्लेषकों ने इन सुधारों को ध्यान में रखते हुए अपने 2022-23 के अनुमानों में अग्रिम आमदनी अनुमान भी बढ़ा दिए हैं। फिलिपकैपिटल के विश्लेषकों ने दूसरी तिमाही में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन को मद्देनजर रखते हुए एबिटा अनुमान 2020-21 के लिए 10 फीसदी और 2021-22 के लिए तीन फीसदी बढ़ा दिए हैं।
