निजी इक्विटी/ वेंचर कैपिटल का निवेश अक्टूबर 2020 के दौरान भारतीय बाजार में निवेश बढ़कर 8.4 अरब डॉलर हो गया जो अक्टूबर 2019 में हुए 3.2 अरब डॉलर के निवेश के मुकाबले 163 फीसदी अधिक है। जहां तक सौदों के मूल्य का सवाल है तो अक्टूबर 2020 में पीई/ वीसी निवेश के लिए अब तक का सबसे अच्छा महीना रहा है। महीने के दौरान पीई/ वीसी निवेश में उल्लेखनीय तेजी की मुख्य वजह रिलायंस रिटेल वेंचर्स में किए गए 3.3 बिलियन डॉलर का निवेश और ब्लैकस्टोन एवं ब्रुकफील्ड द्वारा वाणिज्यिक रियल एस्टेट परियोजनाओं में 3.6 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा रही।
आईवीसीए-ईवाई की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2020 में नौ बड़े सौदों (10 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य) का कुल मूल्य 7.6 अरब डॉलर रहा जबकि अक्टूबर 2019 में कुल 2.2 अरब डॉलर मूल्य के पांच बड़े सौदे और सितंबर 2020 में 3.4 अरब डॉलर मूल्य के सात बड़े सौदे हुए।
अक्टूबर 2020 के दौरान हुए सबसे बड़े सौदों में ब्रुकफील्ड का सौदा भी रहा। इसके तहत ब्रुकफील्ड ने आरएमजेड कॉरपोरेशन से 1.25 करोड़ वर्ग फुट वाणिज्यिक जगह हासिल की जिसमें उसका साझा कार्य स्थान कोवक्र्स भी शामिल है। इसके बाद ब्लैकस्टोन ने 1.6 अरब डॉलर के एक सौदे के तहत प्रेस्टीज ग्रुप से किराया आय वाली परिसंपत्ति खरीदी। इसी दौरान रिलायंस रिटेल वेंचर्स को पीई निवेशकों के एक समूह से पांच बड़े निवेश प्राप्त हुए जिनका कुल आकार 3.3 अरब
डॉलर है।ईवाई के पार्टनर एवं नैशनल लीडर (प्राइवेट इक्विटी सर्विसेज) विवेक सोनी ने कहा कि अक्टूबर 2020 पीई/ वीसी निवेश और अब तक 8.4 अरब डॉलर से अधिक के निवेश के साथ सबसे अच्छा महीना रहा है। इस तेजी की मुख्य वजह वाणिज्यिक रियल एस्टेट क्षेत्र में 1 अरब डॉलर से अधिक अधिक के कुछ सौदे और रिलायंस समूह की इकाइयों में पीई निवेश में लगातार (अक्टूबर 2020 में रिलायंस रिटेल वेंचर्स को 3.3 अरब डॉलर प्राप्त हुए) वृद्धि रही।
साल 2020 में अब तक 37.5 अरब डॉलर का पीई/ वीसी निवेश हुआ है जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुए निवेश के मुकाबले महज 5 फीसदी कम है। हालांकि इन निवेशों में रिलायंस समूह की इकाइयों में किए गए निवेश की हिस्सेदारी 40 फीसदी है। यदि इसे अलग कर दिया जाए तो पीई/ वीसी निवेश पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 43 फीसदी कम है।
क्षेत्र के लिहाज से रियल एस्टेट छह सौदों में कुल 3.7 अरब डॉलर के निवेश के साथ शीर्ष पर रहा। अक्टूबर 2020 में हुए कुल निवेश में इन छह सौदों की हिस्सेदारी 44 फीसदी रही। साथ ही यह पिछले 14 महीनों के दौरान इस क्षेत्र किए गए निवेश की तुलना में भी अधिक है। खुदरा एवं उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र सात सौदों में कुल 3.3 अरब डॉलर के निवेश के साथ दूसरे पायदान पर रहा। इसके बाद फार्मास्युटिकल क्षेत्र चार सौदों के तहत 70.6 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ तीसरे पायदान पर और वित्तीय सेवा क्षेत्र 11 सौदों में 29.7 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ चौथे पायदान पर रहा।
