जनवरी 2021 में पीई/वीसी निवेश एक साल पहले के 2.5 अरब डॉलर के मुकाबले 35 प्रतिशत घटकर 1.6 अरब डॉलर रह गया। ईवाई-आईवीसीए के आंकड़े के अनुसार जनवरी में कुल सौदों की संख्या 80 पर सपाट बनी रही। निवेश में गिरावट की मुख्य वजह बड़े सौदों में कमी रही।
पिछले महीने 68 करोड़ डॉलर मूल्य के तीन बड़े सौदे (10 करोड़ डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले) हुए, जबकि जनवरी 2019 में 1.4 अरब डॉलर मूल्य के पांच बड़े सौदे और दिसंबर 2020 में 6 अरब डॉलर के 12 बड़े सौदे दर्ज किए गए थे।
जनवरी 2021 में सबसे बड़े सौदों से टेनसेंट, लाइटस्पीड, अल्टीमीटर कैपिटल जैसे निवेशक जुड़े रहे और उन्होंने ऑनलाइन बी2बी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उड़ान डॉटकॉम में 28 करोड़ डॉलर का निवेश किया। इसके अलावा टाइगर ग्लोबल, स्टीडव्यू, फिडेलिटी और अन्य ने ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग एवं डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमेटो में 25 करोड़ डॉलर की पूंजी लगाई।
वृद्घि संबंधित निवेश 71.7 करोड़ डॉलर के साथ सबसे बड़ा सेगमेंट रहा और इसमें 17 सौदे दर्ज किए गए जबकि जनवरी 2019 में 14 सौदे हुए थे।
स्टार्ट-अप निवेश ने सभी 52 सौदों के जरिये 59.9 करोड़ डॉलर की रकम दर्ज की (जनवरी 2019 में 50 सौदों के साथ 44.9 करोड़ रुपये)।
क्षेत्र के नजरिये से, ई-कॉमर्स सभी 15 सौदों में 68.9 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ शीर्ष पर रहा और जनवरी 2021 के सभी निवेश में इस क्षेत्र का 43 प्रतिशत योगदान रहा और उसकी पिछले 18 महीने में इस सेक्टर में मासिक निवेश की दूसरी सर्वाधिक वैल्यू रही। ई-कॉमर्स दो साल के अंतराल के बाद इस संबंध में प्रमुख क्षेत्र के तौर पर उभरा। इन्फ्रास्ट्रक्चर में चार सौदों के जरिये 17.7 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ, जिसके बाद वित्तीय सेवा क्षेत्र का योगदान रहा। ईवाई-आईवीसीए के मासिक ट्रैकर से पता चलता है कि वित्तीय सेवा क्षेत्र में 15 सौदों के जरिये 17.6 करोड़ डॉलर और फार्मास्युटिकल में तीन प्रमुख सौदों के साथ 11.1 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ।
ईवाई में प्राइवेट इक्विटी सर्विसेज में पार्टनर एवं नैशनल लीडर विवेक सोनी का कहना है कि दो वर्षों में पहली बार ई-कॉमर्स 68.9 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ प्रमुख क्षेत्र बनकर उभरा है।
जनवरी में पीई/वीसी निवेशकों द्वारा निवेश से निकलने की रफ्तार 31.3 करोड़ डॉलर की वैल्यू के साथ धीमी बनी रही और उसे खासकर आईपीओ सौदों से मदद मिली। जनवरी में तीन पीई-समर्थित आईपीओ आए जिनमें सिकोइया, ट्रू नॉर्थ, और बेसेमर जैसे निवेशकों ने सफलतापूर्वक आंशिक/संपूर्ण निकासी दर्ज की।
