अक्टूबर में आरंभिक सार्वजनिक पेशकशों (आईपीओ) में यूपीआई के जरिये भुगतान सृजन तेजी से घटी, क्योंकि कुछ ही कंपनियों ने अपने सार्वजनिक निर्गम पेश किए।
नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़े से पता चलता है कि अक्टूबर में आईपीओ के लिए यूपीआई के जरिये 11.4 लाख भुगतान का सृजन हुआ था, जो पूर्ववर्ती महीने के मुुकाबले 62.3 प्रतिशत की गिरावट है। वहीं कारोबार के संदर्भ में, यह एनपीसीआई द्वारा आंकड़ा जारी किए जाने के बाद से अब तक सबसे कम संख्या है।
अक्टूबर में, सिर्फ एक आईपीओ बंद हुआ और वह था आदित्य बिड़ला सनलाइफ एएमसी। एपएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स, या नायिका के आईपीओ को शानदार सफलता मिली और फिनो पेमेंट्स बैंक का आईपीओ अक्टूबर में आया लेकिन नवंबर में बंद हुआ। सितंबर में पांच कंपनियों के आईपीओ आए जिनके जरिये 6,887 करोड़ रुपये जुटाए गए, जबकि अगस्त में आठ आईपीओ के जरिये 17,841 करोड़ रुपये की रकम जुटाई गई थी, जो नवंबर 2017 से सर्वाधिक है।
सितंबर में, यूपीआई के जरिये करीब 30.3 लाख भुगतान सृजित हुए जबकि अगस्त में यह आंकड़ा 58.6 लाख था। जुलाई में जोमैटो के शानदार आईपीओ की मदद से यूपीआई के जरिये भुगतान सृजन में शानदार बढ़ोतरी दर्ज हुई थी।
भुगतान सृजन से मतलब आईपीओ आवेदन के लिए ग्राहक के बैंक खाते में राशि को ब्लॉक रखे जाने से होता है। जब ये क्रियान्वित होते हैं, तो निवेशक को शेयर आवंटित होते हैं।
इसके क्रियान्वयन का आंकड़ा हालांकि अक्टूबर में तेजी से 28 प्रतिशत या 320,199 बढ़ गया। वहीं सितंबर में यह आंकड़ा 13 प्रतिशत तथा अगस्त में 22 प्रतिशत से ज्यादा था।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को अक्टूबर में सर्वाधिक अनुरोध (276,773) मिले, जिसके बाद एचडीएफसी बैंक को 196,811 और आईसीआईसीआई बैंक को 134,200 अनुरोध हासिल हुए।
जब बात बैंकों में यूपीआई आईपीओ मैंडेट की गिरावट की दर की हो तो इसमें पिछले कुछ महीनों के दौरान बड़ा सुधार आया है, खासकर एनपीसीआई द्वारा अपनी वेबसाइट पर मासिक आंकड़ा प्रकाशित किए जाने के बाद से। हालांकि यह रुझान अक्टूबर में बदल गया।
एसबीआई ने 85.69 प्रतिशत की मंजूरी दर दर्ज की। अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों – बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, केनरा बैंक, और सेंट्रल बैंक ने 78.56 प्रतिशत, 88.35 प्रतिशत, 88.21 प्रतिशत 86.97 प्रतिशत की मंजूरी दर दर्ज की।
भले ही अक्टूबर आईपीओ के लिहाज से कुछ कमजोर रहा, लेकिन नवंबर में आठ आईपीओ पहले ही आ चुके हैं, जिनमें पीबी फिनटेक और वन97 कम्युनिकेशंस भी शामिल हैं।