पारस डिफेंस ऐंड स्पेस टेक्नोलॉजिज के शेयर ने शुक्रवार को सूचीबद्धता पर 2.85 गुने की बढ़ोतरी दर्ज की। शेयर मेंं शानदार बढ़ोतरी इस आईपीओ को मिले 318 गुना आवेदन के बाद देखने को मिली। रक्षा व स्पेस इंजीनियरिंग के उत्पादों के विनिर्माण व टेस्टिंग से जुड़ी कंपनी के पास अब सूचीबद्धता पर सबसे अच्छा प्रदर्शन और पिछले दशक में सबसे ज्यादा आवेदन हासिल करने वाले आईपीओ का रिकॉर्ड है।
कंपनी का शेयर 499 रुपये पर बंद हुआ जबकि इश्यू प्राइस 175 रुपये प्रति शेयर था। अगले हफ्ते इस शेयर में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि यह अपर ट्रेडिंग लिमिट पर बंद हुआ है।
23 सितंबर को बंद पारस डिफेंस के आईपीओ को 38,021 करोड़ रुपये की बोली मिली थी जबकि इश्यू का आकार 170 करोड़ रुपये का था। कंपनी ने सालासर टेक्नोलॉजिज के पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया, जिसे 273 गुना आवेदन मिले थे।
एसपी तुलस्यान इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी सर्विसेज की वरिष्ठ शोध विश्लेषक गीतंजलि केडिया ने कहा, 300 करोड़ रुपये के मजबूत ऑर्डर बुक के साथ पारस डिफेंस उन कंपनियों मेंं से एक है, जिसके पास रक्षा सौदे मेंं बढ़त हासिल है क्योंकि उसके कुछ उत्पाद एमबार्गो सूची में सूचीबदद्ध हैं। साथ ही आईपीओ की कीमत उचित थी यानी वित्त वर्ष 22 के आय अनुमान के 15 गुने पर। सूचीबद्धता के बाद हालांकि मूल्यांकन करीब 45 गुने पर पहुंच गया ह ै। ऐसे में मुनाफावसूली की सलाह दी जाती है क्योंकि खासी बढ़त दर्ज हो चुकी है। ऐसे स्तर पर और खरीद की सलाह नहींं दी जाती ह ै।
एचएनआई ने की कमाई: एचएनआई ने इस आईपीओ में आक्रामकता से बोली लगाई और उनकी श्रेणी में कुल 974 गुना बोली हासिल हुई यानी कुल 25,000 करोड़ रुपये की बोली लगी। भारी आवेदन व ब्याज लागत को देखते हुए एचएनआई के लिए एक शेयर के अधिग्रहण की लागत 420 रुपये बैठती है। लेकिन सूचीबद्धता पर इस शेयर ने ब्रेक ईवन को पार कर लिया।
रक्षा शेयरों की मांग : मार्च में एमएटीआर टेक का शेयर सूचीबद्धता पर दोगुने से ज्यादा चढ़ गया था। पिछले महीने एक अन्य रक्षा कंपनी डेटा पैटर्न ने बाजार नियामक से बी के पास 700 करोड़ जुटाने के लिए आईपीओ आवेदन किया है।
