देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने शेयर पुनर्खरीद को मंजूरी दे दी। निदेशक मंडल ने पूंजी पुनर्गठन के तहत 19.78 करोड़ इक्विटी शेयरों की पुनर्खरीद की अनुमति दी है और इस पर 2,275.41 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी।
बीएसई को भेजी सूचना में एनटीपीसी ने कहा, निदेशक मंडल की 2 नवंबर की बैठक में 10 रुपये वाले पूर्ण चुकता शेयरोंं की पुनर्खरीद की मंजूरी मिल गई। निदेशक मंडल ने 115 रुपये प्रति शेयर पर 19.78 करोड़ शेयरोंं की पुनर्खरीद की मंजूरी दी है, जिस पर 2,275.75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्र सरकार 2020-21 के विनिवेश लक्ष्य के लिए चुनिंदा सरकारी कंपनियों की तरफ से शेयरो की पुनर्खरीद पर भरोसा कर रही है। खबरों के मुताबिक जो कंपनियां पुनर्खरीद पर विचार कर सकती हैं उनमें कोल इंडिया, कुद्रेमुख आयरन ओर्स, राइट्स, एनएमडीसी और इंजीनियर्स इंडिया शामिल है।
कंपनी ने सोमवार को दूसरी तिमाही के नतीजे भी घोषित किए। कंपनी का कर पूर्व लाभ सितंबर तिमाही में 3,666.93 करोड़ ररुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 4.84 फीसदी ज्यादा है। छमाही आधार पर कर पूर्व लाभ 6,564.72 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 6,660.11 करोड़ रुपये रहा था। दूसरी तिमाही में कुल आय 26,023.33 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 23,658.23 करोड़ रुपये रही थी। इस तरह से इसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। एनटीपीसी ने पहली छमाही में 127.86 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन किया। एनटीपीसी के थर्मल पावर स्टेशन ने पहली छमाही में 61.26 फीसदी का परिचालन अनुपात हासिल किया जबकि राष्ट्रीय औसत 49.58 फीसदी का है।
