बेंचमार्क फ्टिी-50 इंडेक्स पहली बार सितंबर 2014 में 8,000 के स्तर पर पहुंचा था। 13,000 के स्तर पर पहुंचने में इस इंडेक्स को 1,613 कारोबारी सत्र लगे और इस तरह से उसमें 60 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई। 1,000 अंक की छलांग पर औसतन 270 कारोबारी सत्र लगे। हालिया 1,000 अंकों की बढ़ोतरी में करीब 18 महीने लगे हैं और जून 2019 में पहली बार निफ्टी 12,000 पर पहुंचा। हालांकि इस साल इस सफर को पूरा करने में इंडेक्स की रफ्तार करीब 10 गुना तेज रही। कोविड-19 के कारण हुई बिकवाली के कारण 23 मार्च को निफ्टी 8,000 से नीचे फिसल गया था। उसके बाद से 13,000 के स्तर पर पहुंचने में निफ्टी को 170 कारोबारी सत्र यानी 8 महीने का वक्त लगा। 1,000 अंक के मील का पत्थर पार करने में औसतन 28 कारोबारी सत्र लगे। महामारी के गहरे असर को देखते हुए इस तरह की तीव्र बढ़ोतरी ने बाजार में कई लोगों को चौंकाया है। वैश्विक केंद्रीय बैकोंं की तरफ से आक्रामकता से दिए गए प्रोत्साहन पैकेज ने आर्थिक घबहारट को मात देने में बाजार की मदद की। आशावाद के हालिया दौर को अमेरिकी चुनाव परिणाम और टीके के ट्रायल पर हुई प्रगति से बल मिला है। बाजार को भरोसा है कि अर्थव्यवस्था जल्द ही पटरी पर लौट आएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो निफ्टी की तेज रफ्तार को कई अवरोध का सामना करना पड़ सकता है।
