भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्घि की दर 2022 में 8.5 फीसदी रहने के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के एक दिन बाद आज शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखी गई और बेंचमार्क निफ्टी पहली बार 18,000 के पार बंद हुआ। देश की 50 ब्लूचिप कंपनियों वाले इस सूचकांक में पांच दिन से लगातार तेजी बनी हुई है।
निफ्टी कारोबार के अंत में 170 अंक चढ़कर 18,162 पर बंद हुआ। इस साल अब तक निफ्टी 30 फीसदी चढ़ चुका है। सेंसेक्स 435 अंकों की तेजी के साथ 60,737 पर बंद हुआ। बाजार में उछाल से बीएसई की सभी सूचीबद्घ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 270 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
भारती एक्सा लाइफ के मुख्य निवेश अधिकारी राहुल भुसकुटे ने कहा, ‘निफ्टी का 18,000 पर पहुंचना बताता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचनात्मक क्षमता कितनी व्यापक है और दूसरे देशों की अर्थव्यवस्थाओं तथा शेयर बाजार की तुलना में यह कितनी सुदृढ़ है। आईएमएफ का अनुमान है कि भारत अगले साल सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था होगी। निकट अवधि में प्रचुर तरलता, आईपीओ बाजार की सफलता के साथ ही पूंजी निवेश चक्र में सुधार से सकारात्मक भावना का संचार हुआ है जिससे बाजार में तेजी आई है।’ देसी बाजार में यह तेजी तब आई है, जब मुद्रास्फीति के कारण वैश्विक स्तर पर आई मंदी और चीन में संकट तथा ऊर्जा की कीमतों में तेजी से दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा रही है। अगस्त में भी ऐसा ही दिखा था, जब घरेलू शेयर बाजार 15 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया था मगर एमएससीआई वल्र्ड सूचकांक लगभग स्थिर बना हुआ था।
क्रेडिट सुइस वेल्थ मैनेजमेंट, इंडिया के भारत में इक्विटी शोध प्रमुख जितेंद्र गोहिल ने कहा, ‘चीन में नरमी, मंदी के डर जैसी अनिश्चितताओं के कारण वैश्विक बाजारों को लेकर मनोबल कमजोर हुआ है। हालांकि घरेलू शेयर बाजार मजबूत बना हुआ है और वैश्विक बाजारों की तुलना में इसका प्रदर्शन बेहतर है। कोविड मामलों में कमी, टीकाकरण में तेजी और विभिन्न क्षेत्रों को उबारने के लिए सरकार के राहत उपायों से भी बाजार को दम मिला है।’ निफ्टी ने 14,000 अंक के साथ 2021 की शुरुआत की थी और अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता को देखते हुए एक अंक में रिटर्न का अनुमान लगाया गया था। लेकिन बाजार ने विश्लेषकों को चकित करते हुए लंबी छलांग लगाई है।
