विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की दमदार लिवाली के दम पर बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी पांच महीने बाद एक बार फिर 18,000 अंक के पार पहुंच गया। निफ्टी 133 अंक अथवा 0.7 फीसदी की बढ़त के साथ 18,070 अंक पर बंद हुआ, जो 18 जनवरी के बाद सर्वाधिक ऊंचाई है। बीएसई सेंसेक्स 456 अंक या 0.7 फीसदी बढ़त के साथ 60,571 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स अपनी सर्वकालिक ऊंचाई के मुकाबले 2 फीसदी नीचे बंद हुआ।
एफपीआई ने आज 1,956 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसके साथ ही इस महीने एफपीआई की लिवाली 10,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गई। अमेरिका में खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी होने से पहले सकारात्मक वैश्विक रुझान से बाजार को रफ्तार मिली। मगर महंगाई दर उम्मीद से कहीं अधिक रहने के कारण वैश्विक बाजारों में जोश कुछ ठंडा पड़ गया।
अमेरिकी श्रम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति सालाना आधार पर बढ़कर 8.3 फीसदी हो गई। हालांकि यह जुलाई के 8.5 फीसदी के मुकाबले थोड़ा कम लेकिन बाजार के अनुमान से कहीं अधिक है। निवेशकों ने उम्मीद जताई थी कि मुद्रास्फीति में नरमी आएगी और इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत दरों में वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ेगी। महंगाई के आंकड़े से निराश अमेरिकी वायदा बाजार में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
