वायदा और विकल्प सेगमेंट में शॉर्ट कवरिंग और जुलाई-सितंबर की तिमाही में उम्मीद से अधिक बेहतर जीडीपी विकास दर के चलते बीएसई सेंसेक्स और एस एंड पी सीएनएक्स निफ्टी अपने दो सप्ताहों के सबसे ऊंचे स्तर पर बंद हुए।
बेंचमार्क सूचकांक को ग्रीन जोन पहुंचाने में सबसे अधिक मदद तकनीकी, कैपिटल गुड्स, फाइनेंस और पावर क्षेत्र के दिग्गज शेयरों से मिली। हालांकि इसके बाद भी बीएसई और निफ्टी 93002780 के अहम रेजिस्टेंस लेवल से नीचे बने रहे।
निफ्टी दिसंबर फ्यूचर्स ने 2783 अंकों के दिन के सर्वोच्च स्तर पर एक ब्रेकआउट का प्रयास किया पर मुनाफावसूली के कारण वह यह स्तर बरकरार नहीं रख सका और 2753 पर बंद हुआ। तकनीकी तौर पर 2700-2800 के कारोबारी रेंज में निफ्टी कारोबार कर रहा है।
अगर बाजार 2780 के स्तर को पार करता है तो इससे बाजार में तेजी आएगी और उसे 3000 के ऊपर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ेगा। अगर निफ्टी 2700 के नीचे बंद हुआ तो निफ्टी फिर से 2500 के लेवल पर जा सकता है।
निफ्टी दिसंबर सीरीज में हुए रोलओवर से ओपन इंट्रेस्ट 76.5 लाख शेयर से बढ़कर 3.039 करोड़ शेयर हो गया है। क्योंकि माह के अंतिम दिन निवेशकों अपनी शॉर्ट पोजीशन कवर की। इससे यह पता चलता है कि वायदा और विकल्प कारोबारी निकट भविष्य में तकनीकी ब्रेकआउट की उम्मीद लगा रहे हैं।
इससे बाजार 3,000 के का लक्ष्य लेकर 2800 से ऊपर जा सकता है। दिसंबर सीरीज में प्रमुख सूचकांकों में रोलओवर पिछले समय इसी माह में नवंबर सीरीज के रोलओवर की तुलना में अधिक है।
निफ्टी कंपोनेंट में एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, आईटीसी व बीएचईएल आदि में लांग पोजीशन रोलओवर हुई। विकल्प कारोबारी दिसंबर सीरीज में 2800-3000 के भाव पर काल विकल्प की खरीद करते देखे गए।
उनका अनुमान है कि अगले कुछ सप्ताहों में बाजार 2800-3000 के बीच ही कारोबार करेगा।