प्रमुख सूचकांकों एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 में कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान क्रमश: 21 फीसदी व 24 फीसदी की शानदार तेजी के बाद भी यह साल मिडकैप व स्मॉलकैप के नाम रहा है। इस कैलेंडर वर्ष में मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांकों ने बीएसई पर मुख्य सूचकांकों को पीछे छोड़ते हुए क्रमश: 38 फीसदी व 61 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
विश्लेषकों को हालांकि उम्मीद है कि साल 2022 में यह बढ़त जारी रहेगी लेकिन उन्होंने आने वाले साल में कई तरह के अवरोध के खिलाफ चेतावनी दी है, जो बाजार की अवधारणा पर चोट पहुंचा सकते हैं। उनका कहना है कि अगर बाजार में गिरावट आई तो यह मिडकैप व स्मॉलकैप को सबसे ज्यादा झटका देगा लेकिन वैसे समय को खरीदारी के मौके के तौर पर देखा जाना चाहिए।
विश्लेषकों ने साल 2021 में हुई ज्यादातर बढ़त की वजह खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को बताया है, जिन्होंंने मिडकैप व स्मॉलकैप को थामे रखा। साथ ही इन क्षेत्रों की कई कंपनियोंं की आय में सुधार से भी माहौल खरीदारी का बना रहा।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च ऐंड एडवाइजरी के संस्थापक व मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम ने कहा, खुदरा निवेशकों का मौजूदा आधार अभी करीब 9.16 करोड़ है। मुझे लगता है कि यह अगले कुछ महीने में 10 करोड़ के पार निकल जाएगा क्योंंकि पिछले कुछ महीनों से खुदरा निवेशक नए डीमैट खाते खुलवा रहे हैं। चूंकि मिड व स्मॉलकैप खुदरा निवेशकों का पसंदीदा क्षेत्र है लिहाजा यह साल 2022 में बेहतरी जारी रखेगा। रुक-रुककर हालांकि गिरावट आएगी, जिसे खरीदारी के मौके के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
फंडामेंटल के आधार पर स्मॉलकैप व मिडकैप कंपनियां सामान्य तौर पर बिजनेस रिकवरी में पीछे रह जाती हैं। इससे मिडकैप व स्मॉलकैप में बाजार में शुरुआती रिकवरी के दौरान कम भागीदारी देखने को मिलती है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, इसी वजह से साल 2020 के आखिर में लार्जकैप का प्रदर्शन उम्दा रहा था, वहीं स्मॉल व मिडकैप ने पिछले साल कम रिटर्न दिया था। हालांकि उन्होंंने साल 2021 में बाजार की तेजी के दौरान मजबूती से भागीदारी की। इसके अतिरिक्त छोटी कंपनियों में ऑपरेटिंग लिवरेज के प्रति ज्यादा संवेदनशीलता होती है। ऐसे में उनकी आय व लाभ में सुधार साइक्लिकल रिकवरी के दौरान गैर-समानुपाती होता है, जिनमें रिकवरी के दौरान प्रीमियम मूल्यांकन भी होता है। इसी वजह से लार्जकैप के मुकाबले उनका प्रदर्शन साल 2021 में उम्दा रहा।
इन क्षेत्र के शेयर ब्राइटकॉम में साल 2021 के दौरान 2,500 फीसदी की उछाल आई है। इसमें काफी ज्यादा बढ़त तब हुई जब फस्र्टग्लोबल के वाइस चेयरमैन व संयुक्त प्रबंध निदेशक शंकर शर्मा ने तरजीही मार्ग से कंपनी के शेयरों का अधिग्रहण किया। कंपनी ने 37.77 रुपये के भाव पर 1.5 करोड़ वॉरंट आवंटित किए, जिसे सितंबर 2021 में इक्विटी शेयरों में बदला गया।
टाटा टेली महाराष्ट्र, नाहर स्पिनिंग मिल्स, सारेगामा इंडिया, टिप्स इंडस्ट्रीज, टाइडेंट और जेएसडब्ल्यू एनर्जी आदि में भी कैलेंडर वर्ष 21 में 350 फीसदी से लेकर 2,300 फीसदी तक की उछाल आई। रिलायंस सिक्योरिटीज के शाह का भी मानना है कि मिड व स्मॉलकैप क्षेत्र का उम्दा प्रदर्शन 2022 में जारी रहेगा। हालांकि अन्य के अलावा अशोक लीलैंड व फिनोलैक्स इंडस्ट्रीज पर उनका नजरिया तेजी का है।
