बेंचमार्क निफ्टी सीमित दायरे में बने रहने की उम्मीद है लेकिन मार्च सीरीज के डेरिवेटिव अनुबंध की एक्सपायरी और वित्त वर्ष के आखिर में होने वाले निवेश बदलाव के कारण उतारचढ़ाव रह सकता है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने एक नोट में कहा है, रोलओवर की गतिविधियों और तिमाही के आखिर में फंडों की तरफ होने वाले पुनर्संतुलन के कारण उतारचढ़ाव एक बार फिर जोर पकड़ सकता है। लेकिन निफ्टी फ्यूचर्स के खड़े सौदे (ओपन इंटरेस्ट) एक बार फिर घटकर 1 करोड़ शेयर जा रहा है, ऐसे में गिरावट सीमित रह सकती है। ब्रोकरेज ने कहा कि ऑप्शंस के आंकड़े बताते हैं कि निफ्टी को 17,000 और फिर 16,800 के इर्दगिर्द मजबूत समर्थन हासिल है, जो लॉन्ग पोजीशन वालों के लिए स्टॉप-लॉस के तौर पर काम कर सकता है। शुक्रवार को निफ्टी 17,153 पर बंद हुआ था।
बाजार में ब्लॉक डील की गतिविधियां बढ़ीं
ब्लॉक डील की गतिविधियों में तेजी देखने को मिल रही है, जिसके बारे मेंं विशेषज्ञोंं का कहना है कि यह कुल प्राथमिक बाजार की गतिविधियों में सुधार का अग्रदूत हो सकता है। पिछले हफ्ते कोटक महिंद्रा बैंक, एमटीएआर टेक्नोलॉजिज व बीएसई जैसे शेयरों में ब्लॉक डील देखने को मिला था। एक निवेश बैंकर ने कहा, हम कुछ बड़े ब्लॉक डील होते देख रहे हैं और निवेशक भी उसे हाथों-हाथ ले रहे हैं। यह सकारात्मक संकेत है। अगर बाजार अल्पावधि मेंं स्थिर बना रहता है तो हम रकम जुटाने की गतिविधियां बहाल होने की उम्मीद कर सकते हैं। कई कंपनियां व निवेशक बाहर रहकर इंतजार कर रहे हैं।
एस्कॉट्र्स की पेशकश को ज्यादा आवेदन
एस्कॉट्र्स की खुली पेशकश को इसके बंद होने से एक दिन पहले 116 फीसदी आवेदन मिले। विश्लेषकों को लग रहा है कि टेंडर किए गए हर 10 शेयरों में 7 शेयर स्वीकार हो जाएंगे। हालांकि अंतिम स्वीकार्यत कम रह सकती है अगर और शेयर सोमवार को टेंडर किए जाते हैं। इससे खुली पेशकश के कुछ दांव विकृत हो सकते हैं अगर एस्कॉट्र्स का शेयर खुली पेशकश की समाप्ति के बाद टूटता है। कई निवेशकों ने खुले बाजार से करीब 1,850-1,900 रुपये पर शेयर खरीदकर 2,000 रुपये के भाव पर खुली पेशकश में अपने शेयर टेंडर किए हैं। एस्कॉट्र्स का आखिरी बंद भाव 1,809 रुपये रहा है। एक ब्रोकर ने कहा, जिन निवेशकों के शेयर खुली पेशकश मे स्वीकार नहीं होंगे उसकी बिक्री निवेशकों को नुकसान पर करना पड़ सकता है।