इस हफ्ते बाजार की तेजी में किसी तरह का अवरोध नहीं रहा। बैंकिंग शेयरों में तेजी, अमेरिकी चुनाव के नतीजे और देसी अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत से बाजार को जून के बाद से सबसे बड़ी साप्ताहिक उछाल दर्ज करने में मदद मिली। सेंसेक्स और निफ्टी में हफ्ते के दौरान 5 फीसदी की तेजी दर्ज हुई।
शुक्रवार को बेंचमार्क सूचकांकों में एक फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई और यह नए सर्वोच्च स्तर के पास पहुंच गया है। सेंसेक्स 553 अंक यानी 1.3 फीसदी चढ़कर 41,893 अंक पर बंद हुआ जबकि पिछला रिकॉर्ड 15 जनवरी को बना था और तब सेंसेक्स 41,945 अंक पर पहुंचा था। इस तरह से बाजार अभी नए सर्वोच्च स्तर से सिर्फ 52 अंक पीछे है। निफ्टी 143 अंक यानी 1.2 फीसदी चढ़कर 12,263 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी ने 17 जनवरी को 12,352 अंकों का रिकॉर्ड बनाया था।
शुक्रवार की तेजी रिलायंस इंडस्ट्रीज और बैंकिंग शेयरों की अगुआई में दर्ज हुई। आरआईएल का शेयर 3.8 फीसदी चढ़ा क्योंंकि कंपनी ने सऊदी के सॉवरिन वेल्थ फंड की तरफ से रिलायंस रिटेल वेंचर्स के दो फीसदी हिस्से के लिए 9,555 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। वित्तीय क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और कोटक महिंद्रा बैंक ने बाजार की बढ़त में मजबूत योगदान किया।
ज्यादातर वैश्विक बाजारों ने हफ्ते की समाप्ति मजबूत बढ़त के साथ की क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में टक्कर कड़ी हो गई है। निवेशकों को उम्मीद है कि कांग्रेस का बंटा होना इक्विटी के लिए काफी बेहतर होगा क्योंंकि यह कॉरपोरेट टैक्स में बढ़ोतरी और बड़े खर्च के लिए भारी उधारी को रोकेगा।
साथ ही जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने पर चीन के खिलाफ कारोबा का जोखिम घटेगा। अभी प्रमुख अमेरिकी राज्यों में वोटों की गिनती चल रही है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनाव की साख पर सवाल उठाए हैं, जिससे गतिरोध व अनिश्चितता की आशंका जताई जा रही है।
बाजार में उत्साह फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों को शून्य के पास छोड़ देने के फैसले से भी देखने को मिला। साथ ही फेडरल ने परिसंपत्ति खरीद में किसी तरह का बदलाव नहींं किया। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने फिर से अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के स्थायी सुधार के लिए अगले कुछ महीने में सबकुछ करेगा, जो वह कर सकता है। इस बीच, बैंक ऑफ इंग्लैंड ने बॉन्ड खरीद प्रोत्साहन को और बढ़ा दिया है।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, अमेरिकी चुनाव से सकारात्मक वैश्विक माहौल, फेड के ओपन मार्केट ऑपरेशन की संभावना और आर्थिक गतििवधियों में सुधार ने आशावाद में और इजाफा किया। आईटी, बैंंकिंग, फार्मा व निर्यात क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन के कारण यह बाजार को नए जोन में ले जा सकता है। हमें यह रफ्तार बरकरार रहने की उम्मीद है क्योंंकि दूसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहे हैं, आर्थिक आंकड़े अनुकूल है, विदेशी निवेशकों की खरीदारी मजबूत है और अतिरिक्त राहत पैकेज की उम्मीद है।
सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशक खरीदारी के मामले में आक्रामक बने रहे।
