पिछले महीने शेयर बाजार में प्रवेश करने वाली चार कंपनियों के शेयरों में बड़े निवेशकों के लिए लॉक-इन अवधि पूरी होने से पहले गिरावट दर्ज की गई।
कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, विंडलाज बायोटेक, एक्सारो टाइल्स और देवयानी इंटरनैशनल में गुरुवार के कारोबार में 1 से 3 प्रतिशत के बीच गिरावट आई। दूसरी तरफ, निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक 0.64 प्रतिशत चढ़ा। एंकर यानी बड़े निवेशकों के लिए 30 दिन की लॉक-इन अवधि इन सभी चारों कंपनियों के लिए सोमवार को समाप्त हो रही है। एंकर-लॉक अवधि समाप्त होने के बाद हाल के सप्ताहों में, जोमैटो और ग्लेनमार्क लाइऊ साइंसेज के शेयरों पर दबाव पैदा हुआ है।
एडलवाइस अल्टरनेटिव रिसर्च के सहायक उपाध्यक्ष अभिलाष पगारिया द्वारा कराए गए विश्लेषण के अनुसार, एंकर निवेशकों ने कृष्णा डायग्नोस्टिक्स के 56 लाख शेयर (करीब 18 प्रतिशत हिस्सेदारी) खरीदे। इस बीच, विंडलाज बायोटेक के मामले में, एंकर निवेशकों के 26 लाख या कुल बकाया शेयरों का 12 प्रतिशत हिस्सा है। कृष्णा और विंडलाज के शेयर मौजूदा समय में अपने निर्गम भाव से 6 प्रतिशत और 16 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहे हैं।
एक्सारो टाइल्स में एंकर निवेशकों की हिस्सेदारी 9 प्रतिशत और देवयानी इंटरनैशनल में 7.6 प्रतिशत है। एक्सारो का शेयर अपने आईपीओ भाव से 17 प्रतिशत ऊपर है और देवयानी के लिए यह आंकड़ा 34 प्रतिशत है।
एक विश्लेषक ने कहा, ‘जोमैटो के साथ अपने अनुभव को ध्यान में रखते हुए, सतर्क कारोबारी एंकर-लॉक इन एक्सपायरी से पहले कंपनियों के शेयर बेच रहे हैं। हालांकि यह रणनीति हर बार कारगर साबित नहीं हो सकती है। जिन चार कंपनियों की एंकर लॉक इन अवधि समाप्त होने वाली है, उन्होंने अपेक्षित प्रतिफल नहीं दिया है। इसलिए, संस्थागत निवेशक शेयरों को बनाए रख सकते हैं।’
एंकर निवेशक म्युचुअल फंड, जीवन बीमा कंपनियों और विदेशी फंड जैसे संस्थागत निवेशक होते हैं। निवेशकों में भरोसा मजबूत बनाने के लिए उन्हें आईपीओ खुलने से एक दिन पहले ही शेयर आवंटित कर दिए जाते हैं।