बेंचमार्क सूचकांक तीन सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट के एक दिन बाद आज चढ़ गए। उन्हें उचित कीमत स्तरों पर खरीदारी, ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ टीकों के प्रभावी रहने पर अच्छी खबरों और सकारात्मक वैश्विक संकेतों से मदद मिली। हालांकि सूचकांक बढ़त को बरकरार नहीं रख पाए और उन्होंने दिन की बढ़त में से आधी गंवा दी।
बेंचमार्क सेंसेक्स 497 अंक या 0.9 फीसदी चढ़कर 56,319 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ निफ्टी 156.6 अंक या 0.9 फीसदी उछलकर 16,770.85 पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि पिछले सात सत्रों में गिरावट के बाद निचले स्तरों पर कुछ खरीदारी हुई है। एवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रेटजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘निचले स्तरों पर खरीदारी हुई। लेकिन ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों की वजह से चिंता बरकरार है। इस बारे में ज्यादा ठोस भरोसा नहीं है कि बाजार क्यों चढऩा चाहिए।’ विश्लेषकों ने आगाह किया कि ऊंचे स्तरों पर बिकवाली ने संकेत दिया है कि रुझान कमजोर बना हुआ है और निवेशक जल्द से जल्द किसी मौके पर मुनाफावसूली करने को उत्सुक हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘ऊंचे स्तरों पर बिकवाली का दबाव बरकरार है और कारोबारी बाजार में किसी उछाल का इस्तेमाल बिकवाली में कर रहे हैं। इस तरह निकट या अल्पावधि में हमारा सतर्कता का रुख बरकरार है और कारोबारियों को ‘बढ़त पर बिकवाली’ की रणनीति जारी रखने का सुझाव देते हैं।’ खेमका ने कहा, ‘ओमीक्रोन स्वरूप और कमजोर वैश्विक संकेतों के संभावित जोखिमों के कारण निकट अवधि में बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है।’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के 2 लाख करोड़ डॉलर के अपने आर्थिक एजेंडे को बहाल करने की संभावना की खबरों से कुछ रौनक लौटी है। डेमोक्रेट सीनेटर जो मैंचिन के बाइडन के आर्थिक पैकेज को खारिज करने से बाजार का रुझान बिगड़ा था। हालांकि दोनों के बीच एक कॉल से संभावित सुलह की उम्मीदें पैदा हुई हैं। इधर दिग्गज दवा कंपनी मॉडर्ना ने कहा है कि ऐसा लगता है कि उसके कोविड 19 टीके की बूस्टर खुराक ओमीक्रोन स्वरूप से सुरक्षा करेगी। इससे निवेशकों में रौनक आई है। इसके अलावा चीन में संकटग्रस्त डेवलपरों को मदद मिलने से भी निवेशकों का रुझान मजबूत हुआ है।
