भारत का शेयर बाजार पहली बार बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) के लिहाज से दुनिया के शीर्ष पांच की जमात में जगह बनाने में सफल रहा। देश का कुल बाजार पूंजीकरण वर्तमान में 3.21 लाख करोड़ डॉलर है, जो ब्रिटेन (3.19 लाख करोड़ डॉलर), सऊदी अरब (3.18 लाख करोड़ डॉलर) और कनाडा (3.18 लाख करोड़ डॉलर) से कहीं अधिक है। इस साल अब तक बाजार पूंजीकरण में 7.4 फीसदी की गिरावट आने के बावजूद भारत ने सर्वाधिक बाजार पूंजीकरण वाले देशों की सूची में दो पायदान की छलांग लगाई है। ब्रिटेन इस सूची में पांचवें स्थान पर है और फ्रांस छठे पर काबिज है।
हालांकि ब्रिटेन के बाजार पूंजीकरण में 13 फीसदी और फ्रांस में 17 फीसदी की गिरावट आई है, जो भारतीय बाजार में गिरावट से कहीं अधिक है। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने से यूरोपीय बाजारों की रैंकिंग बिगड़ी है। जर्मनी जो पहले शीर्ष पांच देशों में शुमार था, वह 10वें स्थान पर खिसक गया है। इस बीच सऊदी अरब भी तीन पायदान की छलांग लगाकर 10वें से 7वें स्थान पर पहुंच गया। तेल के दाम बढऩे से सऊदी अरब की प्रमुख कंपनी अरामको के शेयरों में खासी तेजी आई है। इस साल अरामको का शेयर 15 फीसदी चढ़ चुका है और उसका मूल्यांकन करीब 2.4 लाख करोड़ डॉलर हो गया है। वर्तमान में ऐपल इंक का बाजार पूंजीकरण सबसे अधिक 2.6 लाख करोड़ डॉलर है। अगर ऐपल कोई देश होता तो बाजार पूंजीकरण के मामले में वह जर्मनी से आगे रहता।
