सोमवार को निफ्टी सकारात्मक नोट पर खुला और चढ़कर ही कारोबार करता रहा लेकिन चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली के चलते 3000 के स्तर से नीचे जाकर बंद हुआ।
2981 के स्तर पर निफ्टी की बंदी 4 दिन के डेली मूविंग ऐवरेज यानी 2985 से थोड़ा ही नीचे है लिहाजा अगर इंडेक्स 3000 से ऊपर बंद नहीं होता है तो इसमें करेक्शन देखा जा सकता है।
ऑप्शन कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि इंडेक्स कम से कम दिसंबर सिरीज की एक्सपायरी (24 दिसंबर)तक 2900-3000 के बीच कारोबार करेगा।
एंजिल ब्रोकिंग के डेरिवेटिव और इक्विटी एनालिस्ट सिध्दार्थ भामरे के मुताबिक कॉल के बिकवाल 2900-3100 के स्तर पर अपनी शार्ट पोजीशन खत्म करते देखे गए ।
जबकि अन्य कारोबारी इसे इस उम्मीद में खरीद रहे थे कि निफ्टी में अभी और तेजी आएगी। हालांकि इस उम्मीद के बावजूद निफ्टी फ्यूचर्स और स्टॉक फ्यूचर्स के ओपन इंटरेस्ट में कोई इजाफा नहीं देखा गया।
निफ्टी दिसंबर फ्यूचर का ओपन इंटरेस्ट 334.7 लाख शेयरों के ट्रेडिंग वॉल्यूम के बावजूद 204,050 शेयरों से कम हुआ जबकि जनवरी वायदा में 16.1 लाख शेयरों के वॉल्यूम के बावजूद ओपन इंटरेस्ट 308,550 शेयरों के बढ़ा।
मजबूत बंद होने के बावजूद दिसंबर वायदा स्पॉट के बराबर ही बंद हुआ जबकि जनवरी वायदा दिसंबर की तुलना में पांच अकों के प्रीमियम पर बंद हुआ है। यह इस बात का संकेत है कि कारोबारी मौजूदा स्तर पर लांग पोजीशन लेने से कतरा रहे हैं इसलिए ज्यादा प्रीमियम पर कारोबार नहीं हो रहा है।
भामरे के मुताबिक निफ्टी के 3000 से ऊपर बंद होने पर ही लांग पोजीशन देखने को मिल सकती है। रिलायंस इंड को छोड़ कर जो दिन के 1276 के निचले स्तर से सुधरकर 1341.85 पर बंद हुआ है, कई दूसरे बड़े शेयर मुनाफावसूली के चलते दिन के निचले स्तरों पर बंद हुए हैं।
रिलायंस का दिसंबर वायदा स्पॉट की तुलना में डिस्काउंट पर बंद हुआ और इसमें वॉल्यूम 111.30 करोड़ होने के बावजूद ओपन इंटरेस्ट 45600 शेयरों से बढ़ा जिससे साफ है कि कारोबारी पोजीशन नहीं ले रहे हैं।