हिंदुजा ग्लोबल सॉल्युशंस का शेयर शुक्रवार को 20 फीसदी टूट गया जब कंपनी ने संकेत दिया कि 500 करोड़ रुपये का कर्ज प्रवर्तकों को दिए जाने के बाद उन्हें अतिरिक्त कर्ज की पेशकश कंपनी कर सकती है।
कंपनी ने अपना स्वास्थ्य सेवा कारोबार पिछले साल अगस्त में बेरिंग्स प्राइवेट इक्विटी फंड को 1.2 अरब डॉलर (8,000 करोड़ रुपये) में बेचा था और उसके शेयरधारक कंपनी से बड़े लाभांश की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन अल्पांश शेयरधारकों को निराश किया गया जब कंपनी ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह इस सौदे पर खुशी मनाने की खातिर सिर्फ 150 फीसदी लाभांश की पेशकश कर रही है, ऐसे में शुक्रवार को कंपनी का शेयर टूट गया। शुक्रवार को कंपनी का शेयर टूटकर 2,855 रुपये का रह गया और इस तरह से बाजार मूल्यांकन 5,967 करोड़ रुपये रहा। कंपनी में प्रवर्तकों हिंदुजा फैमिली की हिस्सेदारी 67.2 फीसदी है।
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इनगवर्न के संस्थापक व प्रबंध निदेशक श्रीराम सुब्रमण्यन ने कहा, प्रवर्तकोंं को लेकर अल्पांश शेयरधारकों का भरोसा इतना कमजोर है कि निवशकों का मानना है कि प्रवर्तक 300 करोड़ रुपये के लाभांश के अलावा सभी नकदी प्रवाह पर कब्जा कर लेंगे, जो बिक्री से मिली है। उन्होंने कहा, सेबी को इस बात की जांच करने की दरकार है कि क्या कॉन्फ्रेंस कॉल में प्रबंधन निवेशकों को गुमराह कर रहा था।
आउटसोर्सिंग में लगी कंपनी का शेयर मंगलवार को 3,948 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था जब कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को अंतरिम लाभांश और बोनस शेयर के प्रस्ताव पर बोर्ड बैठक की सूचना दी थी। पिछले एक महीने में यह शेयर 24 फीसदी चढ़ा था। गुरुवार को एक्सचेंजों को दी सूचना में बोर्ड ने एक शेयर पर एक बोनस शेयर जारी करने की मंजूरी की बात कही थी। कंपनी ने ऐलान किया था कि उसके निदेशक मंडल ने कर्ज की सीमा बढ़ाने, निवेश और 3,500 रुपये तक की प्रतिभूति को गारंटी मुहैया कराने की मंजूरी दी है।