निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंंक ने सोमवार को एक्सचेंजों को सूचित किया है कि वह अगले 12 महीने में 50,000 करोड़ रुपये तक जुटाने पर विचार कर रहा है। यह रकम परपेचुअल ऋण प्रतिभूतियां (अतिरिक्त टियर-1 पूंजी के लिए), टियर-2 कैपिटल बॉन्ड और लंबी अवधि के बॉन्ड आदि के जरिए जुटाई जाएगी ताकि बुनियादी ढांचा व अफोर्डेबल हाउसिंग का वित्त पोषण किया जा सके।
बैंक का निदेशक मंडल 16 अप्रैल की बैठक में रकम जुटाने के इस प्रस्ताव पर विचार करेगा। एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा गया है, निदेशक मंडल 16 अप्रैल को होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार करेगा। दिसंबर तिमाही में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात बेसल-3 गाइडलाइंस के मुताबिक 19.5 फीसदी था जबकि नियामकीय अनिवार्यता 11.7 फीसदी की है। टियर-1 पूंजी पर्याप्तता अनुपात 18.4 फीसदी और कॉमन इक्विटी टियर-1 कैपिटल अनुपात 17.1 फीसदी था।
इस हफ्ते बैंक ने ऐलान किया कि उसकी मूल कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में विलय होगा, जो नियामकीय मंजूरी पर निर्भर करेगा। इस तरह से 18 लाख करोड़ रुपये के साथ यह बैंकिंग दिग्गज बन जाएगा।
