म्युचुअल फंड हाउसों द्वारा हाल के समय में पेश किए गए प्रत्येक अन्य नए फंड ऑफर (एनएफओ) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या इंडेक्स फंड क्षेत्र से हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इस रुझान से निवेश विकल्प के तौर पर पैसिव फंडों की बढ़ रही लोकप्रियता का पता चलता है।
फंड हाउसों ने इक्विटी के साथ साथ डेट दोनों पर पैसिव फंडों के जरिये दांव लगाया है। इनमें से कुछ में शामिल हैं यूटीआई मोमेंटम इंडेक्स फंड, एडलवाइस एमएससीआई इंडिया फाइनैंशियल इंडेक्स फंड, और मोतीलाल ओसवाल द्वारा दो फंड-ऑफ फंड्स, जो पैसिव फंडों में निवेश करते हैं। डेट के संदर्भ में फंड हाउस ने मोतीलाल ओसवाल 5 ईयर जी-सेक ईटीएफ भी पेश किया है।
विश्लेषकों का कहना है कि निवेश की कम लागत के साथ साथ हाल के शानदार प्रदर्शन ने ईटीएफ को बढ़ावा दिया है।
क्वांटम ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी जिमी पटेल ने कहा, ‘यदि आप वैश्विक तौर पर रुझान को देखें तो पता चलता है कि लोग पैसिव फंडों की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि लागत बढ़ रही है, राजस्व घट रहा है, और इसलिए बेंचमार्क को मात देना मुश्किल हो गया है।’
पिछले महीने, घरेलू ईटीएफ की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 2 लाख करोड़ रुपये के निशान को पार कर गई थीं। निफ्टी-50 सूचकांक आधारित ईटीएफ की 1 लाख करोड़ रुपये की एयूएम थीं।
