शेयर बाजार में कारोबार में लगातार सुधार आने के साथ ही गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का जादू भी थमता नजर आ रहा है।
इस साल फरवरी से अप्रैल के बीच नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबध्द अधिकांश गोल्ड ईटीएफ यूनिट के कारोबार में काफी तेज गिरावट देखने को मिली है।
मिसाल के तौर पर बेंचमार्क म्युचुअल फंड को ही लें। इसके गोल्ड फंड बीईईएस ईटीएफ में गिरावट देखी गई है और फरवरी में यह 68,9344 यूनिट से गिरकर मार्च में 47,9331 जबकि अप्रैल में 30,4007 के स्तर पर पहुंच गया।
इतना ही नहीं, ईटीएफ के कारोबार से होने वाला कुल टर्नओवर भी औंधे मुंह गिरा है जो फरवरी में 10,214 लाख रुपये से गिरकर अप्रैल में मात्र 4,373 के स्तर पर आ गया। यूटीआई गोल्ड ईटीएफ की बात करें तो इसके सोने की मात्रा का कारोबार फरवरी में कुल 16,2782 था जो अप्रैल में घटकर 71,861 रह गया।
इसी अवधि के दौरान टर्नओवर भी 2415 लाख रुपये से घटकर 1026 लाख के स्तर पर आ गया। गोल्ड ईटीएफ का कारोबार कमजोर पड़ने के साथ ही अब म्युचुअल फंड कंपनियां ज्यादा से ज्यादा खुदरा भागीदारी के लिए कुछ अन्य विकल्पों, मसलन गोल्ड फंड की तरफ देख रही हैं।
इस बाबत यूटीआई म्युचुअल फंड के एक सूत्र ने कहा, ‘हम सोने की श्रेणी में ही अन्य नए फंडों पर विचार कर रहे हैं जिससे छोटे निवेशक भी इन्हें खरीदने में सक्षम बन सकेंगे। निवेशक जिनके पास डीमैट एकाउंट नहीं होगा, वो भी यूटीआई के कार्यालय से इसके यूनिट खरीद पाएंगे।’
कमोबेश यही हाल रिलायंस गोल्ड ईटीएफ का भी रहा। इसका कलेक्शन फरवरी में 16,6307 से गिरकर अप्रैल में 62,308 के रह गया जबकि इसी अवधि के दौरान टर्नओवर 2,360 लाख रुपये से गिरकर 872 लाख रुपये रह गया।
कोटक गोल्ड ईटीएफ की हालत भी खस्ता रही जिसने इस साल फरवरी में 57595 यूनिट का कारोबार किया था जो अप्रैल में गिरकर 22729 यूनिट रह गया। इसी अवधि के दौरान इसका टर्नओवर भी 855 लाख रुपये से गिरकर 324 लाख रुपये रह गया।
गोल्ड ईटीएफ की चमक फीकी पड़ने के बारे में एक ब्रोकर ने कहा ‘मध्य मार्च और अप्रैल के बीच भारतीय शेयर बाजार में करीब 30 फीसदी तक ऊपर चढ़ने के कारण निवेशक अब गोल्ड ईटीएफ के प्रति बहुत ज्यादा उत्साह नहीं दिखा रहे हैं।
इसके अलावा एक और बात यह है कि भारत के लोग गोल्ड ईटीएफ की बजाय सोने को अपने पास रखना ज्यादा पसंद करते हैं। हाल में ही एसबीआई ने गोल्ड ईटीएफ बाजार में उतारा था और इस योजना से करीब 200 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था।
