रियल एस्टेट निवेश ट्रस्टों (रीट्स) और इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश ट्रस्टों (इनविट) को इक्विटी सूचकांकों में शामिल करने की अनुमति से म्युचुअल फंडों (एमएफ) में खुलासा मानकों को लेकर चिंता पैदा हुई है। सूत्रों का कहना है कि रीट और इनविट को इक्विटी योजनाओं के तौर पर शामिल नहीं किया गया है, जिससे पैसिव फंडों और ईटीएफ को इनमें निवेश से अलग रखा गया है। इस वजह से नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने इन्हें अपने सूचकांकों में शामिल करने का निर्णय ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
सूचकांक एकीकरण और लाइसेंसिंग के लिए जिम्मेदार एनएसई की इकाई एनएसई इंडेक्सेज ने 23 अगस्त को कहा था कि वह बु्रकफील्ड इंडिया रीट, एम्बेसी ऑफिस पाक्र्स रीट, माइंडस्पेस बिजनेस पाक्र्स रीट और आईआरबी इनविट फंड को अपने कई सूचकांकों में जोड़ेगी, जिनमें निफ्टी-50 और मिडकैप-150 शामिल हैं। एनएसई इंडेक्सेज ने एक सूचना में कहा, ‘हितधारकों ने इन ट्रस्टों को शामिल करने के संबंध में कुछ चिंताएं जताई हैं। इन पर विचार किया जा रहा है और रीट्स/इनविट को शामिल करने का अंतिम निर्णय हितधारकों के साथ समीक्षा और चर्चा पूरी होने के बाद लिया जाएगा।’
उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि इंडेक्स फंडों के कथित स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (एसआईडी) उन्हें सिर्फ इक्विटी-केंद्रित योजनाओं में निवेश की अनुमति देते हैं, जबकि रीट्स/इनविट को हाइब्रिड योजनाओं के तौर पर समझा जाता है। एक घरेलू फंड हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ये सूचकांक बनाने का मुख्य उद्देश्य इंडेक्स फंडों को संबद्घ शेयर खरीदने की अनुमति प्रदान करना है। जहां रीट्स/इनविट को पूरी तरह इक्विटी सूचकांक बनाने की अनुमति देना एक स्वागत योग्य कदम है, वहीं इससे कुछ फंड हाउसों में अनिश्चितता भी पैदा हुई है। इस समस्या से एनएसई को अवगत कराया गया था। उम्मीद है कि जल्द इसका समाधान निकाला जाएगा।’उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि विशेष व्यवस्था किए जाने के लिए उन्होंने सेबी से संपर्क किया है।
एम्बेसी रीट का उदाहरण देते हुए उद्योग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘रीट्स/इनविट में निवेश के योग्य बनने के लिए इन इंडेक्स फंडों को अपने एसआईडी में संशोधन करना होगा, जिसके लिए अखबारों में विज्ञापन देने होंगे और फंड के मौजूदा निवेशकों को निकासी का विकल्प देना होगा। इसके बजाय, हम यह देख रहे हैं कि क्या सेबी से इस संबंध में कोई विशेष नरमी की जा सकती है या नहीं। वैश्विक तौर पर, इक्विटी फंडों को रीट्स और इनविट में निवेश की अनुमति हासिल है। यह व्यवस्था यहां भी होनी चाहिए।’ एम्बेसी रीट एफटीएसई वैश्विक सूचकांक में शामिल है।
बु्रकफील्ड रीट और एम्बेसी रीट के शेयरों में एनएसई के रोक आदेश का नकारात्मक असर दिखा है।
बाजार जानकारों का कहना है कि कुछ कारोबारियों ने पैसिव फंडों द्वारा संभावित खरीदारी से पहले लॉन्ग पोजीशन बनाई थीं।
सूचकांक शामिल करने के निर्णय को एनएसई द्वारा फिलहाल ठंडे बस्ते में डाले जाने से रीट और इनविट कंपनियों को निराशा हाथ लगी है।
