दुनिया भर के शेयर बाजारों और वित्तीय हलकों में बुरी तरह से फैली स्वाइन फ्लू की दहशत ने भारतीय बाजारों पर भी अपना असर दिखाया और बाजार ढह गए।
पिछले 1 महीने के दौरान एक ही दिन में सबसे बड़ी गिरावट का गवाह बंबई स्टॉक एक्सचेंज बना और मुनाफावसूलों ने सेंसेक्स को 11,000 अंक के करीब ला पटका।
अमेरिका में वित्तीय दिग्गजों को उबरने के लिए बड़ी रकम की जरूरत की खबरें सुनकर इक्विटी बाजार दरक गया और बैंकिंग क्षेत्र के शेयर औंधे मुंह गिर गए। इनके बीच सेंसेक्स 370 अंक यानी 3.25 फीसदी लुढ़ककर 11,001 अंक पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 108 अंक गिरकर 3,362 अंक पर बंद हुआ।
फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन में भी बेंचमार्क सूचकांक 1.9 फीसदी से 2.54 फीसदी तक लुढ़क गए। एशियाई बाजारों में सोल कंपोजिट 2.95 फीसदी गिरा और निक्केई 225 अंक नीचे आ गया।
अमेरिका में डाउ जोंस इंडस्ट्रियल 1.4 फीसदी, एसऐंडपी 500 1.7 फीसदी और नैसडैक 1.3 फीसदी गिरकर बंद हुए। हालांकि जानकार कह रहे हैं कि फ्लू का डर मनोवैज्ञानिक है और शेयर बाजारों पर इसका असर भांपने में समय लगेगा।
बीएसई में आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 6.11 फीसदी गिरकर 439 रुपये पर बंद हुए, जबकि एचडीएफसी बैंक 4.01 फीसदी गिरकर 1070 रुपये पर बंद हुए।
कंपकंपाया बाजार
स्वाइन फ्लू की वजह से विदेशी बाजार गिरने पर देश में भी औंधे हो गए शेयर बाजार
बीएसई सेंसेक्स में 370 अंकों की आई गिरावट
एनएसई का निफ्टी भी गिरा करीब 108 अंक
वैश्विक बैंकिंग क्षेत्र की तर्ज पर भारतीय बैंकिंग भी खस्ता
