पांच कंपनियां अगले महीने अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिये संयुक्त रूप से 6,595 करोड़ रुपये जुटाने की संभावना तलाश रही हैं। अगस्त में आठ आईपीओ पेश किए गए हैं। गुरुवार को दक्षिण स्थित डायग्नोस्टिक चेन विजया डायग्नोस्टिक्स ने अपनी 1,895 करोड़ रुपये की आईपीओ योजना की घोषणा की। एमी ऑर्गेनिक्स भी शुक्रवार को 600 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए अपनी योजना की घोषणा करेगी।
आरोहण फाइनैंशियल सर्विसेज, पेन्ना सीमेंट, श्री बजरंग पावर और इस्पात सितंबर में आईपीओ की योजना बना रहीं अन्य कंपनियों में शामिल हैं। पारस डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी भी अगले महीने बाजार में आने की संभावना तलाश रही है, लेकिन अभी यह स्पष्टï नहीं है कि वह अपनी पेशकश के जरिये कितनी पूंजी जुटाने की योजना बना रही है।
दो महीनों तक भारी अभिदान और सूचीबद्घता लाभ के साथ शानदार गतिविधि के बाद आईपीओ बाजार में उत्साह कुछ फीका पड़ता दिख रहा है। अगस्त में आईपीओ लाने वाली आठ में से पांच कंपनियां गिरावट के साथ सूचीबद्घ हुईं। दरअसल, केएफसी और पिज्जा हट फ्रैंचाइजी देवयानी इंटरनैशनल अगस्त में मजबूत सूचीबद्घता दर्ज करने वाले एकमात्र शेयर थे। कमजोर सूचीबद्घता से अभिदान प्रभावित हुआ। निरमा समूह के स्वामित्व वाली न्यूवोको विस्टाज के एचएनआई और रिटेल हिस्सों को पूरा अभिदान नहीं मिला है।
कुछ विश्लेषकों ने कमजोर सूचीबद्घता का कारण कई निर्गमों का एक साथ आना बताया है, जबकि कुछ ने इसके लिए प्रमुख सूचकांकों में बिकवाली दबाव को जिम्मेदार माना है। बाजारों में बिकवाली दबाव देखा गया है, भले ही प्रमुख सूचकांकों ने इस महीने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
हालांकि बैंकरों ने एक साथ ज्यादा निर्गमों के संबंध में अपने निर्णय का बचाव किया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और संस्थागत इक्विटीज के प्रमुख अजय सराफ ने कहा, ‘सितंबर में कम से कम 3-4 आईपीओ आ सकते हैं। हरेक आईपीओ को लेकर उत्साह होता है, ओर छोटे निवेशक यह उम्मीद रखते हैं कि हरेक निर्गम उन्हें 40-50 प्रतिशत प्रतिफल दिलाएगा, जो पूरी तरह सही नहीं है। हालांकि अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियां निवेशकों को लगातार आकर्षित करती रहेंगी।