प्रधानमंत्री को नए वित्त मंत्री के रूप में पाकर बाजार सुबह अच्छी बढ़त के साथ खुला, लेकिन मंदी की आशंका और यूरोपीय बाजारों की खराब शुरुआत से यह बढ़त कायम रखने में सफल नहीं हो सका।
कारोबार की समाप्ति पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 252.85 अंक गिरकर 8,839.87 के स्तर पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 72.20 अंक नीचे 2,682.90 के स्तर पर बंद हुआ। ऑटो क्षेत्र की बिक्री में आई गिरावट से वाहन सूचकांक में भी गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई के छोटे और मझोले शेयर सूचकांक में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई। अचल संपत्ति सूचकांक में सबसे ज्यादा 5 फीसदी की गिगरावट देखी गई। वाहन सूचकांक 6 फीसदी लुढ़का। डीएलएफ और मारुति के शेयरों में 9 फीसदी की गिरावट देखी गई।
आईसीआईसीआई बैंक 7 फीसदी, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और भेल करीब 6 फीसदी, रैनबैक्सी और आईटीसी के शेयरों में करीब 4.5 फीसदी की नरमी देखी गई। हालांकि टाटा स्टील, टीसीएस, स्टरलाइट और रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
एशियाई बाजारों में सोमवार को मिला-जुला रुख रहा। चीन और जापान के बाजार जहां बढ़त पर बंद हुए, वहीं सिंगापुर, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट देखी गई।
ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। शुक्रवार को डाऊ जोंस 102 अंक और नैस्डैक 3 अंक ऊपर बंद हुआ था।