शिल्प उत्पादों और लाइफस्टाइल वस्तुओं की रिटेलर फैबइंडिया आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिये 1 अरब डॉलर तक की पूंजी जुटाने पर विचार कर रही है। इस घटनाक्रम से अवगत एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी विभिन्न पूंजी-केंद्रित विकल्पों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और अपने बैंकरों से सलाह ले रही है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में पुष्टिï करने से इनकार कर दिया।
माना जा रहा है कि कंपनी आईपीओ प्रबंधन के लिए कई निवेश बैंकों के साथ बातचीत कर रही है, जिनमें एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और जेपी मॉर्गन शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि फैबइंडिया द्वारा नवंबर के अंत तक बाजार नियामक सेबी के पास अपना मसौदा आईपीओ दस्तावेज सौंपे जाने की संभावना है। कंपनी 2 अरब डॉलर के मूल्यांकन की संभावना देख रही है और वह इस आईपीओ के जरिये करीब 25-30 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है। अजीम प्रेमजी के निजी इक्विटी फंड प्रेमजीइन्वेस्ट जैसे उसके मौजूदा शेयरधारक कंपनी में आंशिक हिस्सेदारी बेच सकते हैं। इन्फोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि और उनकी पत्नी रोहिनी नीलेकणि भी इस कंपनी में शेयरधारक हैं।
वर्ष 1960 में स्थापित हुई फैबइंडिया मुख्य तौर पर अपने उत्पाद गांवों से खरीद कर भारत में ग्रामीण रोजगार में मदद प्रदान कर रही है।