इंजीनियरिंग, शोध एवं विकास (ईआरऐंडडी) सेगमेंट में कंपनियों के जनवरी-मार्च तिमाही परिणाम मिश्रित रहे हैं और कई वृहद जोखिम भी सामने आए। फिर भी बाजार विश्लेषकों को वित्त वर्ष 2023 में उनकी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले इस सेगमेंट में कई कंपनियों की वृद्घि बरकरार रहने की संभावना दिख रही है। ऐतिहासिक तौर पर, यह सेगमेंट (ईआरऐंडडी) करीब 400 आधार अंक की तेजी से बढ़ा है, जो जेनेरिक सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाताओं के मुकाबले ज्यादा है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सहायक उपाध्यक्ष अमित चंद्रा का कहना है, ‘ईआरऐंडडी सेगमेंट द्वारा आईटी सेवा कंपनियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किए जाने की संभावना है और उन्हें आउटसोर्सिंग अवसरों का बड़ा हिस्सा हासिल होने का अनुमान है। इसके अलावा प्रीमियम मूल्यांकन की स्थिति वृद्घि में अंतर को देखते हुए बरकरार रहने की संभावना है।’
विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक ईआरऐंडडी खर्च का सिर्फ 6-8 प्रतिशत हिस्सा ही आउटसोर्स होता है जबकि आईटी सेवाओं के लिए दो-तिहाई है। पश्चिमी बाजारों में प्रतिभाओं के अभाव, संक्षिप्त उत्पाद विकास चक्र और आउटसोर्स की प्रवृत्ति को देखते हुए यह अनुपात बढऩे की संभावना है।
मौजूदा रुझान तिमाही ऑर्डरों, सौदों के प्रवाह और वित्त वर्ष 2022 के लिए ईआरऐंडडी कंपनियों द्वारा प्रबंधन टिप्पणियों में स्पष्ट दिखा है।
एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) का मार्च तिमाही की राजस्व वृद्घि अनुमान से नीचे रही और उसने ऑर्डर हासिल करने के संदर्भ में अच्छी तिमाही दर्ज की। कंपनी ने अच्छी संख्या में सौदे हासिल किए, जिनमें से 6 ऑर्डर 1 करोड़ डॉलर से ज्यादा के थे, एक ऑर्डर 12 करोड़ डॉलर और अन्य 2.5 करोड़ डॉलर के थे। चौथी तिमाही में सभी ईआरऐंडडी कंपनियों में निरंतर मौद्रिक संदर्भ में 7.4 प्रतिशत की सर्वाधिक तिमाही वृद्घि दर्ज करने वाली टाटा एलेक्सी ने कहा कि उसका ऑर्डर प्रवाह मजबूत बना रहेगा और मौजूदा रूस- यूक्रेन संकट से सौदों की गति या व्यवसय प्रभावित नहीं हुआ है।
जहां सायंट ने सात बड़े सौदे हासिल किए और कुल अनुबंध क्षमता 13.49 करोड़ डॉलर की थी, वहीं केपीआईटी टेक्नोलॉजिज ने 12.5 करोड़ डॉलर के सौदे दर्ज किए। दोनों कंपनियों ने तिमाही में राजस्व और मार्जिन के मोर्चों पर विश्लेषकों के अनुमानों को मात दी। हालांकि जहां कई विश्लेषकों का मानना है कि यह क्षेत्र अगले पांच साल के दौरान 14 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्घि दर दर्ज करेगा, वहीं वृहद आर्थिक वृद्घि और मार्जिन दबाव से वित्त वर्ष 2023 के लिए विकास अनुमान प्रभावित हो सकते हैं।
एलटीटीएस ने वित्त वर्ष 2023 के लिए वित्त वर्ष 2022 में 20 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्घि के बाद 13.5-15.5 प्रतिशत का राजस्व वृद्घि का लक्ष्य रखा है। ब्रोकरों ने वृद्घि अनुमानों को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया जताई है। आईआईएफएल रिसर्च ने कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2023 में 18.5 प्रतिशत की शानदार डॉलर राजस्व वृद्घि दर्ज और मजबूत और बड़े सौदे दर्ज किए जाने की संभावना जताई है। जहां एलटीटीएस का शेयर वित्त वर्ष 2024 की आय के 29 गुना पर कारोबार कर रहा है, वहीं यह मिडकैप आईटी सेवा प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले 15 प्रतिशत ऊपर बना हुआ है। ब्रोकरेज का मानना है कि यह तेजी काफी हद तक उसके ऐतिहासिक औसत के अनुरूप है और उचित है, इससे ईआरऐंडडी सेवाओं द्वारा आउटसोर्सिंग पैठ के लिए लंबी अवधि की राह तैयार हुई है।
हालांकि प्रभुदास लीलाधर रिसर्च में शोध विश्लेषण अदिति पाटिल का मानना है कि एलटीटीएस का अनुमान अपग्रेड नहीं हो सकता, जैसा कि वित्त वर्ष 2022 के मामले में देखा गया था, जब कंपनी ने इसे 12-15 प्रतिशत से बढ़ाकर 19-20 प्रतिशत कर दिया। ब्रोकरेज ने इस शेयर की रेटिंग ईआरऐंडडी खर्च में संभावित नरमी को देखते हुए महंगे मूल्यांकन (वित्त वर्ष 2024 की आय के करीब 34 गुना पर) की वजह से घटाकर ‘एक्यूमलेट’ कर दी है। यह ऊंचे मुद्रास्फीतिकारी परिवेश, आपूर्ति शृंखलाओं में समस्या, और वैश्विक अनिश्चितआओं की वजह से हुआ है। ऊंची मानव श्रम लागत, यात्रा खर्च में वापसी, और आगामी वृद्घि के लिए निवेश की वजह से वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान मार्जिन वृद्घि के लिए कम गुंजाइश है। वित्त वर्ष 2022 में उद्योग-केंद्रित वृद्घि के बाद, ब्रोकरों को टाटा एलेक्सी के लिए वित्त वर्ष 2023 का प्रदर्शन मजबूत रहने की संभावना है और उसे ऑर्डर प्रवाह में सुधार और डिजिटल इंजीनियरिंग में खर्च बढऩे से मदद मिल सकती है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का मानना है कि कंपनी के शानदार परिचालन मानक हैं और इस मामले में वह अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे है। साथ ही उसे डिलिवरी की कम लागत, ऊंचे ऑफशोर मिश्रण, ग्राहक संकेंद्रण में कमी आदि से भी मदद मिल सकती है। हालांकि उन्होंने शानदार वृद्घि प्रोफाइल और मार्जिन बरकरार रहने से कंपनी को पसंद किया है, वहीं मूल्यांकन इस शेयर के लिए सबसे बड़ी बाधा है। शुक्रवार के कारोबार के बाद शेयर की वैल्यू वित्त वर्ष 2024 के आय अनुमानों के 61 गुना पर अनुमानित है।
विश्लेषक केपीआईटी के परिदृश्य पर उत्साहित हैं। फिलिपकैपिटल रिसर्च के अनुसार, हरेक तिमाही में मुनाफे में सुधार के बाद वित्त वर्ष 2023 का 18-19 प्रतिशत का मार्जिन अनुमान सबसे बड़ा सकारात्मक है और इसमें ऊंचे लागत दबाव को नजरअंदाज किया गया है। 18-21 प्रतिशत पर भी राजस्व वृद्घि अनुमान मजबूत है।
