कच्चे तेल की कीमत सोमवार को सात साल के उच्च स्तर पर पहुंचने तथा विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 37 पैसे की गिरावट के साथ लगभग 15 माह के निम्न स्तर 75.36 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमत में भारी तेजी के बाद आयात खर्च बढऩे की आशंका तथा अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में तेजी की वजह से विदेशी मुद्रा की निकासी बढऩे के कारण रुपया इस वर्ष पहली बार 75 रुपये के स्तर से नीचे गया है। शुक्रवार को यह 74.99 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, जतिन त्रिवेदी ने कहा, रुपया फिर से कमजोर हुआ, क्योंकि कच्चे तेल की कीमत 84.20 डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। आगे चलकर रुपया 75.00-75.60 के दायरे में रह सकता है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.11 पर कमजोर खुला।