इस हफ्ते घरेलू और वैश्विक बाजारों में खासी तेजी देखी जा रही है। असल में बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी कांग्रेस का खंडित जनादेश शेयर बाजार और कंपनियों की आय के लिए मुफीद हो सकता है।
बेंचमार्क सेंसेक्स आज 724 अंक उछल कर 41,340 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 212 अंक चढ़कर 12,120 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक 19 फरवरी के बाद अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुए। दिन के कारोबार के दौरान इस साल अब तक सूचकांकों का रिटर्न सकारात्मक दायरे में पहुंच गया है। अमेरिकी चुनाव के रुझानों के बीच अधिकांश वैश्विक बाजारों में भी दो फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
चुनावों से पहले निवेशक जो बाइडन पर दांव लगा रहे थे और डेमोक्रेट प्रत्याशी के व्हाइट हाउस और कांग्रेस दोनों में पर्याप्त बहुमत हासिल करने की उम्मीद जता रहे थे। विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि बंटे हुए कांग्रेस अब ज्यादा सकारात्मक दिख रहा है क्योंकि ऊपरी सदन में रिपब्लिकन की अच्छी मौजूदगी से कराधान या स्वास्थ्य सेवा पर खर्च बढ़ाने जैसे समाजवादी एजेंडे पर रोक लगाने में वे सक्षम होंगे।
चुनाव के रुझान दर्शाते हैं कि जोसेफे बाइडन अमेरिका के राष्ट्रपति बन सकते हैं और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में डेमोक्रेट का तथा सीनेट में रिपब्लिकन का कब्जा बरकरार रहेगा।
विश्लेषकों का कहना है कि बाइडन की जीत से उभरते बाजारों को फायदा होगा क्योंकि इससे भू-राजनीतिक अनिश्चितता खास तौर पर चीन के साथ व्यापार तनाव कम होगा। चीन के साथ तनाव घटने से निर्यात उन्मुख अर्थव्यवस्थाओं तथा भारतीय आईटी फर्मों सहित एशियाई कंपनियों को लेकर निवेशकों की धारणा में सुधार होगा। एनएसई आईटी सूचकांक में 1.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘बाइडन के राष्ट्रपति बनने से चीन को लेकर अमेरिका के आक्रामक रुख में थोड़ी नरमी आ सकती है। इससे चीन और भारत में निवेश बढ़ेगा। रिपब्लिकन के बहुमत वाले सीनेट के होने से कर बढऩे जैसी चिंता भी निकट अवधि में कम होगी। हालांकि प्रोत्साहन पैकेज का आकार कम जरूर हो सकता है।’ भारी-भरकम प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद कर रहे निवेशकों को अब लगता है कि मौद्रिक नीति में ढील की रफ्तार कम होगी।
