इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के दूसरे संस्करण में 43 विद्यार्थियों ने शतप्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी तेलंगाना के हैं। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को यह जानकारी दी।
कम से कम 15 विद्यार्थियों के नतीजों को अनुचित तरीकों का इस्तेमाल करने की वजह से अभी जारी नहीं किया गया है। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 43 उम्मीदवारों में से 32 सामान्य श्रेणी के हैं, सात अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के हैं, तीन सामान्य-आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) और एक अनूसूचित जाति (एससी) श्रेणी से है।
दिव्यांग श्रेणी से 99.99 एनटीए अंकों के साथ दिपेन सोजित्रा ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है जबकि एससी टॉपर देशांक प्रताप सिंह हैं जिन्होंने 100 एनटीए अंक हासिल किए हैं। 99.99 अंकों के साथ अनुसूचित जनजाति (एसटी) के धीरावत तनुज ने टॉप किया है।
एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘15 विद्यार्थियों के एनटीए अंक जारी नहीं किए गए हैं, क्योंकि उनकी जांच की जा रही है। उन विद्यार्थियों के मामले को एक अलग समिति के सामने रखा जा रहा। समिति द्वारा रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के बाद उनके एनटीए अंकों को जारी किया जाएगा।’’ सौ एनटीए अंक प्राप्त करने वालों में तेलंगाना के 11 विद्यार्थी हैं।
इसके बाद राजस्थान के पांच, उत्तर प्रदेश के चार, गुजरात के तीन, आंध्र प्रदेश के चार, कर्नाटक के तीन, महाराष्ट्र के दो, दिल्ली के दो और हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, केरल, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के एक-एक विद्यार्थी ने 100 एनटीए अंक हासिल किए हैं। परीक्षा का पहला संस्करण इस साल जनवरी में और दूसरा अप्रैल में आयोजित किया गया था।
जेईई-मेन के पेपर-1 और पेपर-2 के नतीजों के आधार पर, शीर्ष 2.6 लाख विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में बैठने के योग्य होंगे। इसी परीक्षा के जरिए 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में दाखिला मिलता है।