तृणमूल कांग्रेस द्वारा की जा रही घेराबंदी के छठे दिन टाटा मोटर्स के सिंगुर स्थित नैनो संयंत्र में काम-काज ठप रहा।
गुरुवार की रात बंद समर्थकों ने कर्मचारियों को संयंत्र से देर रात तक बाहर नहीं निकलने दिया जिससे वे शुक्रवार को काम पर नहीं पहुंच सके। दरअसल, समाजसेवी अनुराधा तलवार के नेतृत्व वाले किसानों के मंच ‘खेत मजदूर समिति’ के समर्थकों ने कथित तौर पर देर रात तक संयंत्र के मजदूरों को जाने नहीं दिया।
फैक्टरी के मुख्य द्वार के सामने बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के कर्मचारी और ठेके पर काम करने वाले श्रमिक कल देर रात संयंत्र से गए, इसलिए कंपनी ने फैसला किया कि शुक्रवार की तीनों शिफ्ट में परियोजना स्थल पर कोई कर्मचारी नहीं होगा।
ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता किसानों को 400 एकड़ जमीन वापसी के लिए 24 अगस्त से नैनो संयंत्र का घेराव किया हुआ है। इसकी वजह से धरना स्थल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 पर भी जाम लगा हुआ है, जहां सैकड़ों की संख्या में ट्रक फंसे हुए हैं।
इस बीच कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कहा है कि वह पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 से जाम हटाने का प्रयास करें। अदालत के इस निर्देश से ट्रक ऑपरेटरों और हाईवे यात्रियों को काफी राहत मिली है।
उधर, सिंगुर मसले पर केंद्र सरकार ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले को सुलझाना है और केंद्र इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा। हालांकि केंद्र की ओर से यह भी कहा गया कि निवेशकों का विश्वास भी नहीं डगमगाना चाहिए और किसानों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।