पर्यटन क्षेत्र को पटरी पर लाने की कोशिशों के तहत भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों को आकर्षक दर पर कोविड-19 बीमा कवर की पेशकश की जा सकती है। दरअसल पर्यटन मंत्रालय, पर्यटन क्षेत्र में सुधार की योजनाओं के तहत इसकी पेशकश कर सकता है। साल 2019 में 1 करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक भारत आए थे। हालांकि पर्यटन क्षेत्र में मार्च में तब ठहराव पर आ गया जब सरकार ने लॉकडाउन के उपायों के तहत पर्यटक वीजा को निलंबित कर दिया। हालांकि कुछ और समय तक इन वीजा प्रतिबंधों के जारी रहने की उम्मीद है। लेकिन पर्यटन मंत्रालय ऐसे उपायों पर काम कर रहा है जिससे विदेशी पर्यटकों को सुरक्षा का आश्वासन मिलेगा और फिर से भारत जैसे बाजार को लेकर पर्यटकों को भरोसा होगा जहां के दरवाजे खोले जा रहे हैं।
पर्यटन मंत्रालय की अतिरिक्त महानिदेशक रुपिंदर बराड़ ने शनिवार को कहा कि विभाग सिंगापुर और अन्य देशों द्वारा शुरू की गई बीमा पॉलिसी का जायजा ले रहा है। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों और वित्त मंत्रालय के साथ एक उद्योग वेबिनार को संबोधित करते हुए कोविड-19 बीमा कवर प्रदान करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। एक वेबिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों और वित्त मंत्रालय के साथ कोविड-19 बीमा कवर देने के तरीकों पर बातचीत चल रही है। इसके अलावा एक प्रचार अभियान की योजना भी बनाई जा रही है जिसमें देश के भीतर पर्यटन के लिहाज से लोकप्रिय स्थानों के बुनियादी ढांचे की प्रगति और सुरक्षा इंतजाम का ब्योरा भी दिया जाएगा।
बीमा कंपनियां पहले से ही कोविड-19 संबंधित अस्पताल में भर्ती होने और यात्रा में आने वाले व्यवधान को कवर करने के लिए बीमा पॉलिसी की पेशकश कर रही हैं। स्पाइसजेट, एमीरेट्स, वर्जिन अटलांटिक जैसी भारतीय और वैश्विक विमानन कंपनियां भी यात्रियों को आकर्षित करने के लिए कोविड-19 बीमा पॉलिसी की पेशकश कर रही हैं। अक्टूबर में, भारत सरकार ने व्यापार वीजा पर से अंकुश हटा दिया था और पर्यटन संस्थाएं भी पर्यटक वीजा के लिए भी छूट देने की सिफारिश कर रहे हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स ने सरकार से कहा है कि वह कम से कम ऐसी तारीख की घोषणा करे जब अवकाश लेने वाले पर्यटक भारत की यात्रा कर सकेंगे। इस तरह की घोषणा से विदेशी पर्यटक संचालक अगले साल के लिए अपनी मार्केटिंग की योजनाओं में भारत को शामिल कर सकेंगे। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशंस इन इंडियन टूरिज्म ऐंड हॉस्पिटैलिटी के महासचिव सुभाष गोयल ने कहा कि सरकार को उन देशों के नागरिकों को ई-वीजा देकर शुरुआत करनी चाहिए जिनके साथ भारत की हवाई यात्रा को लेकर समझौता किया गया है।
सरकार हालांकि घरेलू यात्रा को लेकर सतर्कता भरे कदम उठाने के पक्ष में है और मौजूदा जोर घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने पर है। पर्यटन मंत्रालय यात्रियों का वीडियो जारी करने की भी योजना बना रहा है ताकि विमानन कंपनियों और हवाई अड्डों द्वारा किए जा रहे सुरक्षा उपायों को उजागर किया जा सके और अधिक भरोसा पैदा किया जा सके।
