वर्चुअलाइजेशन सॉफ्टवेयर बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी वीएमवेयर ने एक ऐसे नए मॉडल को विकसित किया है जो कोरोना के चलते पैदा हुई नई परिस्थितियों के अनुरूप होगा और जहां कर्मचारी एवं ग्राहक, दोनों ‘वर्क फ्रॉम एनीवेयर’ (कहीं से भी काम कर सकने वाली प्रणाली) के तहत आसानी से काम कर सकेंगे। वीएमवेयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं उपाध्यक्ष प्रदीप नायर का कहना है कि पहले कंपनी के बहुत सारे ऑफर पारंपरिक ऑन-प्रिमाइसेस, परफेक्चुल लाइसेंस मॉडल के तहत वितरित किए गए थे, लेकिन अब कंपनी सबस्क्रिप्शन सैस प्रणाली की ओर जा रही है।
नायर कहते हैं, ‘हम उद्योग के लिए वर्चुअलाइजेशन को एक तकनीक के रूप में लेकर आए हैं। यह वास्तव में काफी जल्दी वास्तविकता में आई। फिर हमने भंडारण एवं नेटवर्क के साथ यही काम करते हुए इसका विस्तार किया। इसके बाद हमने प्रबंधन क्षेत्र में इसका विस्तार किया। अनिवार्य रूप से, वर्चुअलाइजेशन की मदद से हम डेटा सेंटर, ऑन-प्रिमाइस, प्राइवेट क्लाउड बन गए। अब हम विकास के इस तीसरे चरण में हैं। हम यह देखने जा रहे हैं कि मल्टी-क्लाउड पर आधुनिक ऐप बनाने की इस दुनिया को हम किस तरह से आगे बढ़ा सकते हैं।’ वर्चुअलाइजेशन सॉफ्टवेयर एक वर्चुअल मशीन बनाता है जो वास्तविक कंप्यूटर की तरह काम करता है। यह कंपनियों को सर्वर और स्टोरेज स्पेस की बचत करके सूचना प्रौद्योगिकी लागत में कटौती करने में मदद करता है। वीएमवेयर भी साइबर सुरक्षा में निवेश कर रही है और नए सॉफ्टवेयर विकास में अपनी क्षमता का विस्तार कर रही है। साल 2019 में, इसने 2.7 अरब डॉलर में पीवोटल सॉफ्टवेयर खरीदी, जो कि क्लाउड सेवाओं पर काम करने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए टूल विकसित करती है। उसी वर्ष, इसने लगभग 2 अरब डॉलर में क्लाउड सुरक्षा प्लेटफॉर्म, कार्बन ब्लैक को भी खरीदा, जो साइबर हमलों से बचाने के लिए बिग डेटा एवं व्यवहार विश्लेषण का उपयोग करती है।
महामारी के कारण उद्यमों का काम करने का तरीका बदलने के साथ, वीएमवेयर ने भी खुद को इस बदलाव के हिसाब से अनुकूलित किया। चाहे आंतरिक रूप से हो या बाहरी रूप से, इसने इन-पर्सन वर्क से कम्प्लीट शिफ्ट पर काम किया है।
नायर कहते हैं, ‘हम ग्राहक एवं कर्मचारियों को बेहतर तथा उत्पादक बनाने में सक्षम हैं। हमने इसे विकसित करने में समय दिया। जब कोई आज वीएमवेयर से जुड़ता है – लैपटॉप ऑन करने वाले पल से लेकर काम करने के लिए जरूरी अपने सभी ऐप्लीकेशन तक पहुंच पाने तक के लिए 18 से 20 मिनट लगते हैं। इसलिए, आप इन सभी चीजों को स्वचालित कर सकते हैं।’ वीएमवेयर का कहना है कि इस प्लेटफॉर्म ने ग्राहकों के लिए सहज, स्वचालित अनुभव दिया है।
कंपनी ने एक और क्षेत्र पर काम किया है, वह है एक बिल्कुल नई संस्कृति का निर्माण। नायर बताते हैं कि वीएमवेयर ने पिछले साल भर में भारत में बहुत सारे लोगों को काम पर रखा है, और उनमें से ज्यादातर न तो कंपनी के कार्यालय में आए हैं और न ही अपनी प्रबंधन टीम से मिले हैं।
वह कहते हैं, ‘प्राय: यह प्रश्न उठता हैं कि आप एक नए परिवेश, संस्कृति का निर्माण कैसे करते हैं? हम किसी कॉमन कोड का निर्माण कैसे करते हैं और यह किसके द्वारा संचालित होता है? ऐसा नहीं है कि हम केवल नौकरी करने के लिए यहां हैं। वीएमवेयर में आप उन चीजों पर काम कर सकते हैं, जिसे आप काम से इतर करने के शौकीन हैं, और हम वास्तव में ऐसा करने के लिए आर्थिक रूप से भी सहायता करते हैं। यह माहौल ही कंपनी में आने वाले लोगों को बहुत आकर्षित करता है।’ नायर बताते हैं कि कंपनी तीन प्रमुख क्षेत्रों को देख रही है: ग्राहकों को एक मल्टी-क्लाउड परिवेश में बदलने में मदद करना, सरकारों को आधुनिक बनाने में मदद करना और ग्राहकों को न्यू नॉर्मल में मदद करना, जिससे वे कहीं से भी काम कर सकें। नायर बताते हैं, ‘अगर आप जानते हैं कि ग्राहकों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं तो आप उनके अधिक नजदीक हो जाते हैं तथा आप ग्राहकों से बहुत अधिक जुड़ते हैं। जब तक ग्राहक आपकी सेवाओं का उपभोग नहीं करते तब तक आपको वास्तव में भुगतान नहीं मिलेगा और हम यह सुनिश्चित करने पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि वे उस तकनीक से अच्छे परिणाम हासिल करने में सक्षम हो, जिसके लिए उन्होंने इसको अपनाया है। इसलिए, मल्टी-क्लाउड संसार में आधुनिक ऐप्लीकेशन हर जगह वितरित किए जा रहे हैं।’
