उत्तर प्रदेश में गरीबों को सस्ता मकान देने की राह आसान नहीं है।
प्रदेश के 7 शहरों में 10 हाईटेक सिटी का विकास कर रही फर्मों ने गरीबों के लिए बनाए जाने वाले मकानों पर लागत बढ़ जाने का हवाला देते हुए इनकी कीमतें बढ़ाने की जरूरत बताई है।
हाईटेक सिटी के बिल्डरों नें आवास विभाग के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि दुर्बल व कम आय वर्ग के लिए बनाए जाने वाले मकानों का बिक्री मूल्य बढ़ाया जाए। दूसरी ओर, सरकार ने हाईटेक सिटी बना रहे बिल्डरों से कहा है कि वे जल्द से जल्द गरीबों के लिए आवास बनाने की योजना पर अमल शुरू करें।
गौरतलब है कि सरकार ने हाईटेक सिटी बना रहे बिल्डरों के लिए कुल मकानों का कम से कम 20 फीसदी गरीबों के लिए बनाने की शर्त रखी है। कुछ एक को छोड़कर ज्यादातर बिल्डरों ने अभी इस स्तर के मकान बनाने की शुरुआत नहीं की है।
बिल्डरों का जोर हाईटेक सिटी में बनने वाले गरीबों के मकान की 20 फीसदी कीमत को बढ़ाने पर है। ईडब्लूएस के मकानों की कीमत 7.5 लाख रुपये के लगभग आ रही है, जबकि सरकार इन मकानों को 1.5 लाख रुपये में देने की बात कर रही है। वहीं कम आय वर्ग के मकान की लागत करीब 10 लाख आ रही है।