प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के टीकों की प्रति दिन 1.25 करोड़ खुराक लगाई जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आंकड़ा दुनिया के कई देशों की आबादी से भी अधिक है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मियों और टीका लगवा चुके लोगों के साथ संवाद के दौरान यह बात कही। हिमाचल अपनी पूरी वयस्क आबादी को कोविड टीके की कम से कम एक खुराक लगाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में हिमाचल प्रदेश का योगदान महत्त्वपूर्ण रहा है। राज्य की यह सफलता आत्मविश्वास एवं आत्मनिर्भरता का महत्त्व दर्शाती है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने यह साबित कर दिया है कि देश का ग्रामीण क्षेत्र किस तरह देश में सबसे बड़े एवं तीव्र गति वाले टीकाकरण अभियान को ताकत दे रहा है। मोदी ने इस कार्य में संसाधनों की कमी से निपटने के उपाय करने के लिए भी राज्य की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सफलता से देश में कोविड-19 से लड़ाई में एक नया आत्मविश्वास आया है।
मोदी ने एक डॉक्टर के साथ संवाद में कहा कि अगर एक शीशी में सभी 11 खुराक इस्तेमाल की जाए तो इससे कोविड टीकाकरण पर आने वाला व्यय 10 प्रतिशत कम हो सकता है। भारत ने अब तक लगभग 70 करोड़ खुराक लोगों को दी है।
अगस्त से देश में टीकाकरण की रफ्तार में तेजी आई है और अब रोजाना लगभग 60 लाख खुराक लगाई जा रही है। जून में यह आंकड़ा प्रति दिन मात्र 40 लाख तक सिमटा हुआ था। 13 अगस्त को भारत में करीब 1.30 करोड़ खुराक लगाई गई थी और पिछले दो दिनों में दूसरी बार आंकड़ा 1 करोड़ से अधिक रहा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल में कहा था कि देश में रोजाना 1 करोड़ से अधिक खुराक लगाने का आंकड़ा पार न भी हो मगर राज्यों को अधिक से अधिक खुराक लगाने की अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोडऩी चाहिए। इस बारे में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक क्रिकेट खिलाड़ी का उदाहरण देते कहा, ‘एक अच्छे क्रिकेट खिलाड़ी से आप हरेक मैच में शतक लगाने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं मगर आप उसके प्रदर्शन में निरंतरता की उम्मीद जरूर करेंगे।’
अब देश की आधी से अधिक आबादी को कोविड-19 से बचाव के टीके की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है। हालांकि इस महामारी की तीसरी लहर की आशंका के बीच पुख्ता सुरक्षा के लिए पूर्ण टीकाकरण की दिशा में आगे बढऩा एक चुनौती होगी। प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश से लोगों को दूसरी खुराक लगाने में पूरा उत्साह दिखाने को कहा है।
हिमाचल के बाद गोवा अपने लोगों को कम से कम खुराक लगाने वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है। उत्तराखंड, त्रिपुरा और मिजोरम अपने सभी नागरिकों को कम से कम एक खुराक देने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में आधे से भी कम लोगों को टीके की पहली खुराक लग पाई है।