अगले साल अक्टूबर में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के तहत पूरी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में भी अनेक प्रतिस्पध्र्दाओं का आयोजन होगा।
ऐसे में परिवहन अपने-आप काफी अहम हो जाता है। इसीलिए तो दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने खेल को देखते हुए अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है।
डीटीसी ने खेलों को देखते हुए राजधानी दिल्ली में नई लो फ्लोर बसें उतार दी हैं। इस वक्त उसके बेड़े में 530 लो-फ्लोर बसें हैं, जिसमें से 25 एसी बसें हैं। निगम के प्रवक्ता ने बताया कि, ‘खेलों को देखते हुए हम नई लो-फ्लोर बसों की तादाद को जल्दी ही 2,500 कर देंगे। इसमें से 1000 एसी बसें होंगी।
साथ ही, हमने खेलों तक हमारे पास बसों की तादाद भी बढ़कर 6,000 के पार हो जाएगी।’ खेलों को देखने के लिए आस-पड़ोस के सूबों से भी लोग दिल्ली आएंगे ही। ऐसे में इस बाबत डीटीसी क्या कर रही है? इस बारे में प्रवक्ता ने बताया, ‘हम 300 नई डीजल बसों को भी खरीद रहे हैं।’
वैसे, ये सारी नई बसें जीपीएस से लैस होंगी या नहीं, इस बारे में अब भी सस्पेंस ही बना हुआ है। प्रवक्ता का कहना है, ‘देखिए, हम इस बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन इस बाबत अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है।’ डीटीसी खेलों को देखते हुए सात नए बस डिपो भी बना रही है। इनमें से दो द्वारका, दो कंझावला, एक रोहिणी, एक ओखला और एक नरेला में लगाए जाएंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि, ‘आयोजन स्थलों तक लोगों को ले जाने के लिए हम स्पेशल रूट्स भी शुरू करेंगे।’ दूसरी तरफ, राष्ट्रमंडल खेलों को देखते हुए डीएमआरसी ने भी अपने विस्तार को जल्द से जल्द पूरा कर रही है। डीएमआरसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल ने बताया कि, ‘हम दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली में विस्तार करने में लगे हुए हैं। हमने तीन फरवरी को हंगीरपुरी-विश्वविद्यालय लाइन की शुरुआत की थी।’
डीएमआरसी इस वक्त नोएडा और गाजियाबाद में विस्तार करने में जुटी हुई। दिल्ली के उपनगरीय इलाकों के रूप में तब्दील हो चुके ये क्षेत्र सितंबर, 2010 तक मेट्रो से जुड़ जाएंगे। अगले साल अप्रैल तक दक्षिण दिल्ली के ग्रीन पार्क इलाके तक मेट्रो अपने पांव पसार लेगी। अगले साल जून के बाद आप मेट्रो से ही कुतुब मीनार देखने के लिए जा सकते हैं।
साथ ही, अगस्त, 2010 के बाद तो आप नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से ही मेट्रो में बैठकर बड़े आराम से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं। वैसे, बदरपुर तक मेट्रो से जाने के लिए आपको सितंबर, 2010 तक का इंतजार करना पड़ेगा। साथ ही, इंद्रलोक से मुंडका तक की लाइन भी मार्च, 2010 से चालू हो जाएगी।
यह लाइन, दिल्ली मेट्रो की पहली स्टैंडर्ड गॉज लाइन होगी। इसके लिए डीएमआरसी ने खास तौर पर कोरिया से नई ट्रेनें मंगवाई हैं। साथ ही, सूत्रों के मुताबिक डीएमआरसी ने 83 नई ब्रॉड गॉज ट्रेनों के ऑर्डर भी दे दिए हैं। पहले से ही उसके पास 70 ब्रॉड गॉज टे्रनें है। सितंबर, 2010 तक निगम के बेड़े में मौजूद टे्रनों की तादाद बढ़कर 200 से ज्यादा हो जाएगी।
