दिल्ली में महंगी सीएनजी की मार अब आम यात्रियों पर पडने वाली है। दिल्ली सरकार ने ऑटो-टैक्सी किराये में बढोतरी को मंजूरी दे दी है। जिससे दिल्ली में अब ऑटो से करीब 16 फीसदी व टैक्सी से सफर करना 21 से 25 फीसदी महंगा होने वाला है। इससे भले यात्रियों की जेब ढीली होगी, लेकिन दिल्ली के करीब 2 लाख ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालकों को राहत मिलेगी। जो बीते कुछ महीनों से सीएनजी महंगी होने के कारण बढ़ी लागत का बोझ वहन कर रहे थे।
दो साल के दौरान सीएनजी के दाम 47 रुपये से बढ़कर 78 रुपये प्रति किलो हो चुके हैं। नया किराया आने वाले हफ्तों में अधिसूचना जारी होने के बाद लागू होगा।
संशोधित किराये के अनुसार ऑटो रिक्शा के लिए मीटर डाउन शुल्क 25 रुपये से बढ़कर 30 रुपये हो गया है। यह शुल्क पहले 1.5 किलोमीटर की दूरी पर लगता है। इस शुल्क के बाद प्रति किलोमीटर किराये को 9.5 रुपये से बढ़ाकर 11 रुपये कर दिया गया है। रात्रि शुल्क व प्रतीक्षा शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि अतिरिक्त लगेज शुल्क 7.50 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है।
टैक्सियों के लिए मीटर डाउन शुल्क अब 25 के बजाय 40 रुपये होगा। नॉन AC टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर 14 रुपये की बजाय 17 रुपये व AC टैक्सियों के लिए 16 रुपये की बजाय 20 रुपये देने होंगे। टैक्सियों के लिए 15 रुपये रुकने के बाद प्रतीक्षा शुल्क 30 रुपये था, अब यह शुल्क एक रुपये प्रति मिनट के हिसाब से वसूला जाएगा। अतिरिक्त लगेज के लिए भी अब 10 रूपये की बजाय 15 रुपये देने होंगे। टैक्सियों में यात्रा करने वालों को रात्रि शुल्क में बदलाव न राहत दी गई है।
संशोधित किराये के बारे में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि ईंधन के दाम लगातार बढ़ने से हाल के महीनों में ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालकों के मुनाफे पर असर पड़ा है। अब संशोधित किराये से उनको राहत मिलेगी।