पेगासस जासूसी मामले एवं तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दों पर मॉनसून सत्र में लोकसभा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच नौंवे दिन भी गतिरोध बना रहा और विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण शुक्रवार को सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद करीब 12:15 बजे दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी मामले पर तत्काल चर्चा कराने की मांग की जबकि सरकार ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है।
सरकार चर्चा के लिए तैयार: जोशी
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘कार्य मंत्रणा समिति में जनता से जुड़े जो मुद्दे तय हुए हैं, उन पर हम काम करना चाहते हैं। सरकार नहीं चाहती कि कोई विधेयक बिना चर्चा के पारित हो।’ जोशी ने लोकसभा में कहा कि सदन को नहीं चलने देना दुर्भाग्यपूर्ण है और कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनता से जुड़े हैं तथा सरकार इन पर चर्चा को तैयार है। कार्यवाही शुरू होने पर सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्ष पहले दिन से ही पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही किसानों से जुड़ा विषय और कोविड संबंधी मुद्दा भी है।
संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा, ‘कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनता से जुड़े हैं और सरकार इन पर चर्चा को तैयार है। प्रश्नकाल सदस्यों का अधिकार होता है, इसमें बाधा नहींआनी चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष जिस तरह से काम करने को कहेंगे, हम इसके लिए तैयार हैं।’ जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार इस बात पर सहमत थी कि वैष्णव के बयान के बाद विपक्षी दल स्पष्टीकरण मांग सकते हैं और ये दल अभी भी ऐसा कर सकते हैं।
राज्यसभा में भी हंगामा
राज्यसभा में सरकार और विपक्ष के बीच बना गतिरोध शुक्रवार को भी नहीं दूर हो सका और विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब 40 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। उपसभापति हरिवंश ने आसन के समीन आकर नारे लगा रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने तथा सदन चलने देने का आग्रह किया।
सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने हंगामा करने वाले सदस्यों के आचरण पर आपत्ति जताई और कहा कि ऐसे आचरण से सदन की गरिमा प्रभावित होती है। इसके बाद कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने अपने एक सवाल के जवाब को लेकर स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के जवाब में कहा गया था कि देश में कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई। इस पर सभापति ने कहा कि उनके नोटिस के संबंध में प्रक्रिया जारी है।
सरकार कराए चर्चा: खडग़े
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने शुक्रवार को विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की और कहा कि पहले सरकार पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा के लिए तैयार हो, उसके बाद ही संसद की कार्यवाही सुचारुरूप चलेगी और दूसरे मुद्दों पर बात होगी। खडग़े के संसद भवन स्थित कक्ष में कांग्रेस और समान विचार वाले राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक हुई। बैठक में विभिन्न दलों के दोनों सदनों के नेता और सांसद मौजूद रहे।
इस बैठक के बाद खडग़े ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम पेगासस के मुद्दे को महत्त्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि इसमें सभी की जासूसी हो रही है। इजरायल की सरकार ने इस स्पाईवेयर बनाने वाली कंपनी एनएसओ पर छापा मारा। इसके बाद एनएसओ की तरफ से बयान आया कि जिसने पेगासस का इस्तेमाल किया है उसे इसका उपयोग रोकना चाहिए। इसका मतलब यह है कि दुनिया के कई देशों में जासूसी चल रही थी और हमारे देश में 2019 से चल रही है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘सरकार की ओर से हम पर आरोप लगाया जा रहा है कि हम संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। यह सही नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार है लेकिन पहले सरकार तो इस पर चर्चा के लिए तैयार हो। बैठक में सभी नेताओं ने एक आवाज में यही कहा है कि पेगासस पर पहले चर्चा हो और फिर सदन दूसरे मुद्दों पर चर्चा हो। पूरा विपक्ष एक होकर इस विषय पर लड़ रहे हैं।’