अगर शिलान्यास वाले पत्थर स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होते, तब निश्चित रूप से उनके भाव इन दिनों आसमान छू रहे होते।
वजह, आम चुनावों से पहले तमाम केंद्रीय मंत्री थोक के भाव नई परियोजनाओं का शिलान्यास करने में मशगूल हैं। एक बार जब निर्वाचन आयोग आम चुनावों का कार्यक्रम घोषित कर देगा,तब आचार संहिता लागू होने के बाद, इन मंत्रियों के सामने ऐसा करने में आचार संहिता आड़े आ जाएगी।
इसलिए ये मंत्रिगण इस ‘ग्रेस पीरियड’ का इस्तेमाल करने में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। केंद्रीय इस्पात, उर्वरक और रसायन मंत्री रामविलास पासवान का ही उदाहरण लें। उन्होंने उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में एक-एक इस्पात प्रसंस्करण इकाई का शिलान्यास किया।
इसके अलावा उन्होंने गुड़गांव में दवा उत्पादन सुविधा केंद्र की भी शुरुआत करने की घोषणा की। मंत्री महोदय केवल यहीं नहीं रुके, उन्होंने गुड़गांव, मोहाली, पंचकूला और दिल्ली में एक जन आरुष औषधि नाम के आयुर्वेदिक स्टोर शुरू करने का भी ऐलान किया।
पासवान ने शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) द्वारा अधिग्रहीत की गई मालविका स्टील को दोबारा लॉन्च भी किया। इससे पहले मंत्रालय ने बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये पांच साल के दौरान अपनी उपलब्धियों का बखान भी किया।
श्रम मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस ने गुरुवार को अपना पूरा दिन संसद में बिताया लेकिन अब उन्हें चार राज्यों का दौरा अगले तीन दिन में निपटाना है। श्रम मंत्री को राजस्थान, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कर्मचारी राज्य बीमा निगम के मेडिकल कॉलेजों का उद्धाटन करना है।
हालांकि, श्रम मंत्रालय के अधिकारी यह बात नहीं बता पा रहे हैं कि इन कॉलेजों का परिचालन चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले हो पाएगा या नहीं। शिलान्यास और उद्धाटन करने के मामले में नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने तो सबको पीछे छोड़ दिया है।
मंत्रीजी ने सात दिनों के अंतराल में आठ राज्यों के आठ ही शहरों में ‘इंटीग्रेटेड एयरपोर्ट टर्मिनल’ का उद्धाटन किया। पटेल की यह ‘उद्धाटन यात्रा’ 14 फरवरी को श्रीनगर के नये हवाई अड्डे के उद्धाटन के साथ शुरू हुई।
इस समारोह में उनके अलावा सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, रेल मंत्री लालू प्रसाद, जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी शिरकत की। ठीक उसी दिन पटेल ने राज्य में ऐसे ही एक समारोह में भाग लिया।
धड़ाधड़ शिलान्यास और उद्धाटन कर रहे हैं मंत्रीगण
चुनाव आचार संहिता से पहले के वक्त का कर रहे हैं इस्तेमाल
