स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने मंगलवार को कहा कि वह कोविड के इलाज के लिए अपने बैंक और वैश्विक कारोबार सेवा इकाई के 25,000 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के मेडिकल खर्चों की भरपाई करेगा। अन्य भारतीय कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों के लिए ऐसी ही योजनाओं की घोषणा की है। विशेष रूप से बैंक कर्मचारी असुरक्षित हैं क्योंकि उन्हें अपने परिचालन के लिए शाखाओं को खोले रखना पड़ता है। इंडियन बैंक एसोसिएशन के मुताबिक महामारी की वजह से पहले ही 1,000 से अधिक बैंकरों की पहले ही मौत हो चुकी है।
बैंक ने कहा कि इस योजना के तहत कर्मचारियों के अभिभावकों और सास-ससुर के अस्पताल और आईसीयू में भर्ती होने की स्थिति में 2,50,000 रुपये का खर्च दिया जाएगा। जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है उन प्रत्येक मरीज के लिए 1,25,000 रुपये तक का भुगतान किया जाएगा। हालांकि कर्मचारियों को पहले से भी एक अलग स्टाफ मेडिकल योजना के तहत मेडिकल कवर दिया जाता है लेकिन कोविड के लिए यह अतिरिक्त प्रावधान किए गए हैं।
बैंक ने एक बयान में कहा कि मुख्य रूप से इस तरह की पहल जूनियर और मध्यम स्तर के कर्मचारियों के लिए है और यह ऐसे कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को कवर करने वाले पहले से मौजूद लाभों से अधिक है। अगर किसी कर्मचारी का निधन किसी वजह से हो जाता है तब परिवार को सालाना कुल मुआवजे की चार गुना राशि मिलेगी। इस योजना में सभी कर्मचारियों को शामिल किया गया है। बैंक कोविड-19 संबंधित मेडिकल आपात स्थिति के कारण हुए खर्चों को पूरा करने के लिए छह महीने तक का ब्याज मुक्त अग्रिम वेतन देगा और कर्मचारियों को छह महीने तक पुनर्भुगतान की चिंता भी नहीं करनी है।