आयकर विभाग ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के इत्र व्यापारियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापा मारा जिनमें समाजवादी पार्टी (सपा) के कन्नौज से विधान पार्षद (एमएलसी) का परिसर भी शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई कर चोरी की जांच के सिलसिले में की गई है। उन्होंने बताया कि कन्नौज, कानपुर, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, सूरत, मुंबई और कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। करीब 30 से 40 परिसरों में यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों ने बताया कि दक्षिण दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की आवासीय इमारत और मुंबई स्थित करीब एक दर्जन परिसरों में सुबह छापेमारी की कार्वाई की गई और पुलिस इस दौरान सुरक्षा प्रदान कर रही है।
इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा की राजनीति को नफरत की राजनीति करार देते हुए नारा दिया- अब इत्र का इंकलाब होगा, 22 में बदलाव होगा।
इस मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से छापेमारी में बरामद करीब 200 करोड़ रुपये की नकदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नहीं है। उन्होंने कहा कि छापेमारी की कार्रवाई कदम उठाने लायक खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी का पैसा नहीं है। उनसे विपक्ष के आरोपों के बारे में सवाल किया गया था। विपक्षी दलों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से बरामद 197.49 करोड़ रुपये भाजपा का धन है और कर अधिकारियों ने जैन के यहां छापेमारी भूलवश कर दी ।
