देश में टीका वितरण के लिए दूसरा देशव्यापी पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) शुरू होने के एक दिन पहले, कई राज्यों ने सॉफ्टवेयर, कनेक्टिविटी और ब्रॉडबैंड से जुड़े मुद्दों को उठाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा को-विन प्लेटफॉर्म को अपग्रेड करने तथा टीके की मात्रा एवं तिथि आदि की जानकारी लेते समय राज्यों ने यह मुद्दा उठाया। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को ड्राई-रन की तैयारी एवं प्रोटोकॉल पर सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की।
उदाहरण के लिए, जम्मू कश्मीर ने केंद्र से ऑनलाइन को-विन प्रणाली के बजाय लाभार्थियों के ऑफलाइन पंजीकरण एवं प्रबंधन की अनुमति देने के लिए कहा है। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव भटनागर ने कहा, ‘2 जी नेटवर्क में अधिकांश राज्यों के साथ संपर्क स्थापित करना कठिन है।….. इसलिए पूरी प्रक्रिया को-विन प्लेटफॉर्म से किया जाना एक बड़ी चुनौती है।’ केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने स्वास्थ्य मंत्रालय से को-विन ऐप पर बुजुर्गों के लिए नमूना डेटा संग्रह के लिए एक टेम्पलेट प्रदान करने के लिए कहा है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह भी बताया कि भले ही उन्होंने पहला ड्राई रन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, लेकिन उस दौरान राज्य को 14 जिलों में सॉफ्टवेयर संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसे केंद्र की मदद से सुलझाया जा रहा है। कोविड-19 टीकाकरण पर दूसरा राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल गुरुवार को 33 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों के तीन सत्र स्थलों पर आयोजित किया जाएगा।
ई-विन प्लेटफॉर्म से पुनर्निर्मित, को-विन प्लेटफॉर्म टीका भंडारण की रियल टाइम जानकारी, उनके भंडारण स्थल का तापमान और कोविड-19 टीके के लाभार्थियों की व्यक्तिगत ट्रैकिंग उपलब्ध कराएगा। यह प्लेटफॉर्म पूर्व-पंजीकृत लाभार्थियों के लिए स्वचालित सत्र आवंटन, उनके सत्यापन और टीका लगाने की प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होने पर डिजिटल प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा। इस प्लेटफॉर्म पर पहले से ही 78 लाख से अधिक लाभार्थी पंजीकृत हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना हैं कि लगभग 1,70,000 वैक्सीनेटर और 3,00,000 वैक्सीन टीम के सदस्यों को टीका प्रशासन एवं प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने पहले बताया था कि 2 जनवरी को आयोजित पहले ड्राई रन से प्राप्त फीडबैक के आधार पर को-विन प्रणाली के यूजर इंटरफेस से संबंधित विभिन्न मुद्दों को ठीक किया गए हैं। राज्यों ने टीकों से संबंधित कई दूसरे मुद्दों पर भी स्पष्टता की मांग की है। जैसे, टीके की शेल्फ लाइफ और कोविड-19 के लिए सकारात्मक या नकारात्मक पाए जाने वाले व्यक्ति को कितने दिन बाद टीका लगाया जा सकता है, आदि। कई राज्यों ने 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीका पंजीकरण शुरू करने पर केंद्र से अद्यतन जानकारी की मांग की है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सभी राज्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि टीके के बारे में उनके सभी प्रश्नों का जबाव जल्द ही दिया जाएगा। उन्होंने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से व्यक्तिगत तौर पर टीकों से जुड़ी भ्रामक खबरों पर नजर रखने के लिए कहा है, क्योंकि एक गलतफहमी पूरे अभियान को पटरी से उतार सकती हैं।
साथ ही, उन्होंने भारत को पोलियो मुक्त बनाए रखने के लिए 17 जनवरी को प्रभावी राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
