निवेशक शिकायत मंच (आईजीएफ) के अध्यक्ष पूर्व बीजेपी सासंद किरीट सोमैया ने शेयर बाजार नियामक सेबी से कहा है कि वह सत्यम के मौजूदा निदेशक मंडल को अधिकार विहीन कर दे।
किरीट सोमैया ने भारतीय प्रतिभूति नियामक बोर्ड को लिखे एक पत्र में कहा है कि कंपनी का प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त व्यक्तियों को सौंप दे। इसके साथ ही वह इस बात को भी सुनिश्चित कर ले कि कंपनी के शेयरों में छोटे निवेशकों के हितों का भी हनन न हो सके।
इसी के साथ मंच ने भारतीय चार्टर्ड अकाउंटैंट संस्थान (आईसीएआई) को एक पत्र में लिखा है कि निवेशक संस्था की मांग है कि सत्यम की ऑडिटर कंपनी प्राइसवाटरहाउसकूपर्स को तुरंत भारत में कारोबार करने से रोक दिया जाए क्योंकि पहले भी कॉर्पोरेट जगत के कुछ दूसरे घोटालों से जुड़ी हुई है, जैसे ग्लोबल ट्रस्ट बैंक, केतन मेहता के शेयर बाजार में घोटाला आदि।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज को लिखे अपने दूसरे पत्र में संस्था ने मांग की है कि सत्यम और दूसरी कंपनियों के शेयरों की जिन्होंने शॉर्ट-सेलिंग की है उनका भुगतान तुरंत रोका जाए। आईजीएफ ने सरकार से यह भी मांग की है कि सत्यम के प्रवर्तकों, पीडब्ल्यूसी और उसके भारत में निदेशकों की संपत्ति जब्त की जाए।
